नयी दिल्ली , 28 अप्रैल: ऐतिहासिक धरोहर लाल किले के रखरखाव को निजी संस्था को देने के सरकार के फैसले पर माकपा ने आज आपत्ति जताई।
पर्यटन मंत्रालय और डालमिया भारत लिमिटेड के बीच हुए समझौते के तहत डालमिया भारत लिमिटेड लाल किले का रखरखाव करेगी और इसके आसपास मौलिक बुनियादी ढांचा बनाएगी और पांच साल में इस उद्देश्य के लिए 25 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
वाम पार्टी ने एक बयान में कहा कि सरकार ने ‘‘25 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए लाल किले को वस्तुत : डालमिया समूह को सौंप ’’ दिया है।
माकपा ने कहा , ‘‘डालमिया समूह ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि ' वे शुरुआत में पांच साल के लिए इसके मालिक होंगे ’ और समझौता उन्हें डालमिया ब्रांड का प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता देता है।’’
पार्टी ने कहा , ‘‘इसके पास स्थल पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के दौरान सभी तरह की प्रचार सामग्री में अपने ब्रांड के नाम का इस्तेमाल करने का अधिकार है। ’’
माकपा ने सरकार से अपना फैसला वापस लेने की गुजारिश की।