Covovax for Children: 7 से 11 साल के बच्चों को अब दी जा सकेगी कोवोवैक्स का टीका, मंजूरी देने के लिए डीसीजीआई से सरकारी समिति ने की सिफारिश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 25, 2022 07:25 AM2022-06-25T07:25:26+5:302022-06-25T07:29:07+5:30
इस पर एक आधिकारिक सूत्र से जानकारी मिली है। सूत्र के मुताबिक, "केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने एसआईआई के इस आवेदन पर विचार-विमर्श किया और इसकी लिए सिफारिश भी की है।"
Covovax for Children: भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने सात से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट के कोवोवैक्स (Covovax ) टीके के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने की शुक्रवार को सिफारिश की है। आधिकारिक सू्त्रों ने यह जानकारी दी है। सिफारिश को अंतिम मंजूरी के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेज दिया गया है।
आपको बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) में सरकारी और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने 16 मार्च को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने एसआईआई के इस आवेदन पर विचार-विमर्श किया और सात से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोवोवैक्स के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण देने की सिफारिश की।’’
28 दिसंबर से आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल की मिली थी मंजूरी
इस मामले में विशेषज्ञ समिति ने अप्रैल में हुई अपनी पिछली बैठक में आवेदन पर पुणे स्थित कंपनी से अधिक जानकारी मांगी थी। डीसीजीआई ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी और नौ मार्च को कुछ शर्तों के अधीन 12 से 17 वर्ष आयुवर्ग में भी इसके उपयोग को मंजूरी दी गई थी।
12-14 साल के बच्चों का टीका 16 मार्च से है शुरू
गौरतलब है कि देश में 16 मार्च को 12-14 आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया था। देशभर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था। अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था। वैसे हाल में भारत में फिर से कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है और हर रोज कई नए मामले सामने आ रहे है।