अच्छी खबर! नाक के जरिए दिए जाने वाले कोविड टीके का दिल्ली एम्स में शुक्रवार से शुरू होगा परीक्षण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 10, 2022 07:56 AM2022-03-10T07:56:07+5:302022-03-10T07:57:51+5:30
हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 के खिलाफ ‘इंट्रानैसल वैक्सीन’ बीबीवी154 वैक्सीन को विकसित किया गया है। भारत की ओर से इसे इस्तेमाल को मंजूरी दिया जाना अभी बाकी है।
नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भारत बायोटेक के नाक के जरिए दिए जाने वाले कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक का परीक्षण शुक्रवार से शुरू करेगा। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एक और कोविड वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी।
एम्स, नयी दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने बताया कि बूस्टर खुराक उन लोगों को दी जाएगी, जिन्होंने कम से कम पांच महीने पहले कोवैक्सिन या कोविशील्ड की दोनों खुराक ले ली थी। हालांकि टीका लेने की अवधि सात महीने से पहले की नहीं होनी चाहिए।
भारत द्वारा हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित ‘इंट्रानैसल वैक्सीन’ बीबीवी154 के इस्तेमाल को मंजूरी दिया जाना अभी बाकी है। इसी कंपनी ने कोवैक्सिन भी तैयार किया है, जिसे फिलहाल पूरे देश में दिया जा रहा है। साथ ही इसे 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों को भी दिया जा रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कल की थी कोविड के हालात की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक भी की थी। इसमें पीएम मोदी ने केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोगात्मक प्रयासों तथा महामारी से निपटने में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि टीकाकरण अभियान की दिशा में भारत के लगातार प्रयास और कोविड के ओमीक्रोन स्वरूप के कारण हाल में मामलों में बढ़ोतरी के दौरान अस्पताल में कम भर्ती दर, बीमारी की कम गंभीरता तथा मृत्यु दर कम करने में मदद के लिए टीके की प्रभावशीलता के विश्लेषण पर भी प्रकाश डाला गया।
पीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक में यह सामने आया कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में सक्रिय और सहयोगात्मक प्रयासों ने संक्रमण के प्रसार के प्रभावी प्रबंधन में मदद की।
बैठक में देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति का भी जायजा लिया गया और वैश्विक स्तर पर तथा भारत में महामारी की स्थिति पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई। गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।
(भाषा इनपुट)