लॉकडाउन के बाद मदद के लिए RSS ने कसी कमर, स्वयंसेवकों को दिए निर्देश, कहा- जरूरतमंदों तक पहुंचाएं भोजन सामग्री
By रामदीप मिश्रा | Published: March 23, 2020 10:24 AM2020-03-23T10:24:35+5:302020-03-23T10:24:35+5:30
भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 390 हो गई है। इस समय 359 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दिन देश की नरेंद्र मोदी सरकार ने 75 जिलों को लॉकडाउन करने का आदेश दिया।
कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में मचा हुआ है। भारत भी इस घातक वायरस से लड़ने के लिए तमाम जरूरी कदम उठा रहा है। देश के 75 जिलों को 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया गया। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पीड़ित लोगों की मदद के लिए आगे आया है और कहा है कि लोगों को जागरूक करना चाहिए। साथ ही साथ स्वयंसेवकों को निर्देश दिए हैं कि सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए पीड़ितों के पास राहत सामग्री पहुंचाने की कोशिश करें।
आरएसएस के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने स्वयंसेवकों को निर्देश देत हुए कहा है, 'सभी स्वयंसेवक समाज में स्वच्छता, स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर छोटे-छोटे गुटों में संवाद करने की योजना करें तथा जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था करें। स्थानीय प्रशासन, जन प्रतिनिधियों से सम्पर्क करते हुए अपेक्षाएं समझकर सहयोग करें तथा शासन द्वारा लिए गए निर्णयों के पालन में पूर्ण सहयोग करें।'
बताते चलें कि भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 390 हो गई है। इस समय 359 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दिन देश की नरेंद्र मोदी सरकार ने 75 जिलों को लॉकडाउन करने का आदेश दिया। ये वही जिले हैं, जहां कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। सोमवार को लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांति स्वास्थ्य, खानपान, जल, पेट्रोल पंप और विद्युत आपूर्ति आदि से संबंधित आवश्यक सेवाएं जारी हैं। वहीं जरूरी सेवाओं से जुड़े सभी लोगों को इस दौरान आवागमन की अनुमति दी गई है।
मा. सरकार्यवाह, सुरेश (भय्याजी) जोशी का वक्तव्य :
— RSS (@RSSorg) March 23, 2020
सभी स्वयंसेवक समाज में स्वच्छता, स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर छोटे-छोटे गुटों में संवाद करने की योजना करें तथा जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था करें.
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वहीं, चीन में सोमवार को स्थानीय स्तर पर जानलेवा कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया लेकिन विदेशों से संक्रमित होकर आने वाले लोगों की संख्या 39 और बढ़ गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि वायरस से नौ और लोगों की मौत हुई है और ये सभी मौत सर्वाधिक प्रभावित वुहान में हुई। हुबेई प्रांत और राजधानी वुहान और करीब 5.6 करोड़ लोगों को घरों में बंद करने के चीन के नाटकीय कदम के बाद संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई और लगातार पांच दिन तक प्रांत में कोई नया मामला सामने नहीं आया। प्रांत में यात्रा एवं काम पर लगे प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील दी गई और इस महीने की शुरुआत में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वुहान का दौरा किया था।
चीन में संक्रमण की दर धीमी होने के बाद पूरी दुनिया ने इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। अब चीन की परेशानी बाहर से आने वाले संक्रमणों को लेकर है जो पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से बढ़कर 350 के पार पहुंच चुके हैं। सोमवार को सामने आए 39 नये मामलों में से 10 शंघाई में और 10 बीजिंग में थे।
अन्य देशों से अब चीन लौट रहे लोगों के लिए कई शहरों ने नियम कड़े कर दिए हैं और देश के विमानन अधिकारियों ने रविवार को घोषणा की कि अन्य देशों से बीजिंग आने वाली सभी उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर अन्य शहरों को भेजा जाएगा ताकि वहां यात्रियों में वायरस की जांच हो सके।
चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 81,000 से ज्यादा हो गई है और मृतक संख्या 3,270 पर पहुंच गई है। वहीं विश्व के अन्य हिस्सों में देखें तो इक्वाडोर में रविवार को कोरोना वायरस के एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आए और सबसे ज्यादा मौत हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुल 14 लोगों की मौत हो गई और 789 संक्रमित हैं। देश के राष्ट्रीय जोखिम एवं आपदा प्रबंधन सेवा के मुताबिक शनिवार को मृतकों की संख्या सात थी जो रविवार सुबह बढ़कर 14 हो गई वहीं संक्रमितों की संख्या 532 से 789 हो गई।