Coronavirus: कर्मचारियों की छंटनी नहीं करेगी TCS, लेकिन पर इस साल नहीं बढ़ेगा वेतन
By भाषा | Published: April 17, 2020 05:50 AM2020-04-17T05:50:42+5:302020-04-17T05:50:42+5:30
टाटा समूह की कंपनी ने यह भी कहा कि उसने नई नियुक्तियों को लेकर जो प्रतिबद्धता जतायी है, उसे पूरा करेगी और जिन 40,000 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है, उन्हें नौकरियां देगी।
देश की सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा निर्यात कंपनी टीसीएस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने 4.5 लाख कर्मचारियों में से किसी को भी नहीं निकालेगी। हालांकि कंपनी ने इस साल वेतन में कोई भी बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है।
टाटा समूह की कंपनी ने यह भी कहा कि उसने नई नियुक्तियों को लेकर जो प्रतिबद्धता जतायी है, उसे पूरा करेगी और जिन 40,000 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है, उन्हें नौकरियां देगी।
वह अन्य कंपनियों की तरह नहीं करेगी जिन्होंने कथित रूप से नौकरी पेशकश पर फिर से विचार करने की बात कही है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में मामूली रूप से घटकर 8,049 करोड़ रुपये रहा। वहीं पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2.7 प्रतिशत बढ़कर 32,340 करोड़ रुपये रहा जबकि आय 7.1 प्रतिशत बढ़कर 1,56,949 करोड़ रुपये रही।
हालांकि कंपनी ने संकेत दिया कि कोरोना वायरस संकट के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाही काफी कठिन होगी और आय कम होने की आशंका है।
टीसीएस के प्रबंध निदेशक और सीईओ राजेश गोपीनाथ ने टेली कांफ्रेन्स के जरिये संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने जो भी पेशकश की है, उसका सम्मान होगा। हम कोई छंटनी नहीं करेंगे।’’
कंपनी के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि टीसीएस ने 40,000 को नौकरी की पेशकश की है और उन सभी को लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि इस साल वेतन में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
लक्क्ड़ ने कहा, ‘‘हमने इस साल कर्मचारियों के वेतन नहीं बढ़ाने का निर्णय किया है।’’ गोपीनाथ ने कहा कि कंपनी छोड़कर जाने वालों का प्रतिशत 12.1 प्रतिशत है जो उद्योग में बेहतर है।
भाषा टीसीएस ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी को 8,126 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की आय आलोच्य तिमाही में 5.1 प्रतिशत बढ़कर 39,946 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 38,010 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2.7 प्रतिशत बढ़कर 32,340 करोड़ रुपये रहा जबकि आय 7.1 प्रतिशत बढ़कर 1,56,949 करोड़ रुपये रही। टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आौर प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथ ने कहा, ‘‘महामारी ने सकारात्मक वातावरण को एकदम से पलट दिया है। हमने तिमाही के पहले डेढ़ महीने में तेजी देखी लेकिन उसके बाद स्थिति एकदम बदल गयी।’’
टीसीएस के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 6 रुपये का लाभांश देने का प्रस्ताव किया है। टीसीएस के मुख्य वित्त अधिकारी वी रामकृष्णन ने कहा कि टीएसएस की बैलेंसशीट मजबूत है और कंपनी अपने वर्ग की कंपनियों में लाभ कमाने के मामले में सबसे अच्छी है। अपने आंतरिक जुझारुपन और स्वस्थ व्यावसायिक मॉडल की बदौलत कंपनी आगे आने वाली चुनौतियों को पार कर लेगी तथा बाजार में हिस्सा बड़ा कर सकेगी।
कंपनी का परिणाम शेयर बाजार बंद होने के बाद आया और इसका भाव 1,715.6 रुपये पर बंद हुआ।