Coronavirus lockdown: महाराष्ट्र और तमिलनाडु में 31 अक्टूबर बढ़ाया गया लॉकडाउन, जानें गाइडलाइंस
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 30, 2020 08:05 PM2020-09-30T20:05:45+5:302020-09-30T21:49:33+5:30
लॉकडाउन 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया तथा दसवीं से लेकर बारहवीं कक्षाओं तक के विद्यार्थियों को शिक्षिकों का मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए एक अक्टूबर से स्वैच्छिक रूप से विद्यालय जाने की अनुमति संबंधी पिछले आदेश पर रोक लगा दी।
मुंबई/चेन्नईः महाराष्ट्र और तमिलनाडु में लॉकडाउन को 31 अक्टूबर तक बढ़ाया गया है। महाराष्ट्र सरकार 31 अक्टूबर तक लॉकडाउन का विस्तार किया है। होटल, फूड कोर्ट, रेस्त्रां को पांच अक्टूबर से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की इजाजत दी गई है।
इसके अलावा, डब्बावाला को स्थानीय ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दिया गया है। पुणे क्षेत्र में स्थानीय ट्रेन सेवाओं की अनुमति दिया गया और रेलवे अधिकारियों से MMR क्षेत्र में ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने के लिए कहा गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र टॉप पर है जिसके चलते राज्य में लॉकडाउन को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
हालांकि इस बीच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत पूरे राज्य के रेस्टोरेंट और बार मालिकों के लिए राहत भरी खबर आई है। राज्य सरकार ने 5 अक्टूबर से पूरे महाराष्ट्र में बार और रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत दे दी है. 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बार और रेस्टोरेंट शुरू किए जा सकेंगे, बता दें कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में मार्च महीने से ही रेस्टोरेंट और बार बंद हैं। हालांकि इसके लिए गाइडलाइन पर्यटन विभाग बनाएगा। गौरतलब है कि पर्यटन विभाग राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के पास है।
तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को पाबंदियों में और ढील के साथ वर्तमान लॉकडाउन 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया तथा दसवीं से लेकर बारहवीं कक्षाओं तक के विद्यार्थियों को शिक्षिकों का मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए एक अक्टूबर से स्वैच्छिक रूप से विद्यालय जाने की अनुमति संबंधी पिछले आदेश पर रोक लगा दी।
Hotels, food courts, restaurants & bars allowed to operate from 5th October with 50% capacity: Maharashtra Government https://t.co/btxTz7IZuF
— ANI (@ANI) September 30, 2020
मुंबई डब्बावाला एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि लगातार 7 महीने के लॉकडाउन के बाद अब मुंबई के डब्बेवालों को लोकल में यात्रा करने की इजाज़त मिल गई है। इसके लिए हम सरकार के आभारी हैं। हम सारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए अब काम पर लौटेंगे।
लगातार 7 महीने के लॉकडाउन के बाद अब मुंबई के डब्बेवालों को लोकल में यात्रा करने की इजाज़त मिल गई है। इसके लिए हम सरकार के आभारी हैं। हम सारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए अब काम पर लौटेंगे: अध्यक्ष मुंबई डब्बावाला एसोसिएशन pic.twitter.com/vD3kh6nxdv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2020
अभिभावकों के विरोध के बाद सरकार ने विद्यार्थियों को विद्यालय जाने की अनुमति संबंधी योजना टाल दी है। अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से इनकार कर दिया। मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘ जिलाधिकारियों और चिकित्सा दल के साथ बैठक में मिले इनपुट, महामारी की वर्तमान स्थिति तथा विद्यार्थियों की सुरक्षा पर विचार करते हुए विद्यार्थियों के स्वैच्छिक शिक्षक मार्गदर्शन संबंधी सरकारी आदेश को स्थगित किया जा रहा है। ’’
जिलाधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डिजिटल बैठक में महामारी की स्थिति की समीक्षा की और लॉकडाउन 31 अक्टूबर तक बढ़ाने की घोषणा की। एक बयान में उन्हेांने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों में पाबंदियां जारी रहेंगी। बयान के अनुसार शैक्षणिक संस्थान, मनोरंजन केंद्र, संग्रहालय बंद रहेंगे और उपनगरीय ट्रेन सेवाएं निलंबित रहेंगी।
महाराष्ट्र में 18,317 नए मामले, 19,163 मरीज ठीक हुए, 481 की मौत
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस के 18,317 मरीजों की पुष्टि हुई तथा 481 मरीजों की मौत हो गई। राज्य में संक्रमण के कुल मामले 13.84 लाख के पार चले गए। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मृतक संख्या बढ़कर 36,662 पहुंच गई है। उसने बताया कि बुधवार को 19,163 मरीजों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है।
संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 10,88,322 पहुंच गई है। विभाग ने बताया कि राज्य में 2,59,033 मरीज संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। मुंबई में 2654 नए मामले रिपोर्ट हुए। इसके बाद शहर में कुल मामले 2,05,268 पहुंच गए। वहीं 46 संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या 8,929 हो गई है। महाराष्ट्र में कुल मामले 13,84,446 हो गए हैं। राज्य में 67,85,205 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
महाराष्ट्र में निजी अस्पताल कोविड-19 का अनुचित फायदा उठा रहे हैं : टोपे
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि निजी अस्पताल और नैदानिक केन्द्र कोविड-19 का अनुचित फायदा उठा रहे हैं और मामूली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी मरीजों से अधिक पैसे वसूल रहे हैं। उद्योग निकाय सीआईआई के पश्चिमी क्षेत्र द्वारा मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में टोपे ने कहा कि निजी स्वास्थ्य सेवाओं के लोगों से अधिक पैसे वसूलने के कई मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ निजी अस्पताल और नैदानिक केन्द्र कोविड-19 के कारण राज्य में पैदा हुई स्थिति का अनुचित फायदा उठा रहा है।’’ टोपे ने कहा, ‘‘ ऐसे कई मामले भी हैं, जब कोविड-19 के दौरान इन केन्द्रों तथा अस्पतालों ने मामूली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अधिक पैसे वसूले।’’ मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के मूल्य निश्चित करने के लिए कई कदम भी उठाए हैं, ताकि लोगों को परेशानी ना हो।