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Coronavirus Lockdown: समुद्र में चार जहाजों पर चेन्नई के 30 वैज्ञानिकों ने बनाया आशियाना, लॉकडाउन खत्म होने के बाद लौटने का किया है फैसला

By स्वाति सिंह | Updated: April 1, 2020 14:40 IST

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 के मामलों की संख्या बुधवार को 1637 पहुंच गयी, वहीं इस महामारी से मौत का आंकड़ा 38 हो गया।

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ठळक मुद्देमिशन पर गए 30 वैज्ञानिकों सहित लगभग 100 क्रू मेंबर ने 21 दिनों तक समुंद्र में रुकने का फैसला किया है। चार जहाजों पर सवार ये सभी वैज्ञानिक चेन्नई के एनआईओटी से हैं।

चेन्नई: समुद्र विज्ञान अनुसंधान मिशन के लिए गए करीब 30 वैज्ञानिक और 100 क्रू मेंबर्स ने समुद्र में ही अपना आशियाना बना लिया है। दरअसल, 21 का लॉकडाउन को देखते हुए इन्होने जहाज पर ही रहने का फैसला किया है। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सभी लोग चेन्नई स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशियन टेक्नोलॉजी (एनआईओटी) के चार जहाजों पर सवार हैं। ये लोग सीबेड का नक्शा बनाने, नमूनों का अध्ययन करने और पूर्व और पश्चिम तटों पर सुनामी चेतावनी प्रणाली तैनात करने के लिए तीन हफ्ते पहले निकले थे।

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, एनआईओटी के निदेशक एम ए आत्मानंद ने कहा कि समुंद में चार जहाज-सागर निधि, सागर मंजूषा, सागर अन्वेशिका और सागर तारा पर वैज्ञानिकों ने अलग-अलग तरह के डेटा इक्कठे किए हैं। उन्होंने कहा, 'यहां आने से ज्यादा जरूरी उनका सुरक्षित रहना है। हमने अपने सभी चार जहाजों को 14 अप्रैल के आसपास लौटने का निर्देश दिया है।' यहां (चेन्नई) आने से ज्यादा वो लोग वहीं सुरक्षित हैं। एक जहाज पर अमेरिका के दो साइंटिस्ट भी हैं, जो कि अपनी रिसर्च जारी रखेंगे, क्योंकि उड़ानों के रद्द हो जाने के चलते वो अपने देश वापस नहीं जा सकते।  

रिपोर्ट के अनुसार, एनआईओटी के वेसल मैनेजमेंट सेल के हेड ने बताया कि सागर निधि के मंगलवार को गोवा तट पर पहुंचने की उम्मीद थी और अन्य तीन शिप को गुरुवार को वापस लौटना था। 25 वैज्ञानिकों को ले जा रहे सागर निधि ने अरब सागर में सुनामी प्रणाली को तैनात किया था। उन्होंने कहा कि अगर शिप के क्रू मेंबर और साइंटिस्ट्स शिप से उतरकर जमीन पर आते हैं तो उन्हें 15 दिन के क्वारंटाइन से गुजरना होगा, इसलिए बेहतर है कि वो वहीं रहें।

बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 के मामलों की संख्या बुधवार को 1637 पहुंच गयी, वहीं इस महामारी से मौत का आंकड़ा 38 हो गया। मंत्रालय ने बताया कि 1466 कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज चल रहा है, वहीं 132 लोग या तो ठीक हो गये हैं या उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है। एक रोगी दूसरे देश जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार सुबह नौ बजे के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार के आंकड़े जारी होने के बाद से मौत के तीन नये मामले सामने आए हैं। हालांकि यह अभी पता नहीं है कि ये देश के किन हिस्सों से आए हैं।

 मंगलवार रात तक देश में कोरोना वायरस से मौत के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में थे। इस राज्य में नौ रोगियों की मौत हो चुकी है। गुजरात में छह, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश में तीन, पंजाब में तीन, दिल्ली में दो, पश्चिम बंगाल में दो और जम्मू कश्मीर में कोविड-19 से मौत के दो मामले आये हैं। केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, बिहार और हिमाचल प्रदेश में इस महामारी से एक-एक रोगी की मौत हो चुकी है। इस समय संक्रमण के मामलों का राज्यवार विवरण उपलब्ध नहीं है।

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