स्वतंत्रता दिवस समारोह पर कोविड-19 का साया, पीएम मोदी के संपर्क में आए नृत्यगोपाल दास के पॉजिटिव पाए जाने के बाद एजेंसियां ज्यादा सतर्क
By नितिन अग्रवाल | Published: August 14, 2020 07:19 AM2020-08-14T07:19:57+5:302020-08-14T07:24:17+5:30
स्वतंत्रता दिवस 2020 समारोह : स्वतंत्रता दिवस पर इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे का साया भी साफ दिखेगा। हाल में पीएम नरेंद्र मोदी के संपर्क में आए राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नृत्यगोपाल दास के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं।
राम मंदिर के शिलान्यास के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीधे संपर्क में आए मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नृत्यगोपाल दास को कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद स्वतंत्रता दिवस के समारोह की तैयारियों में जुटी एजेंसियों में हड़कंप मच गया है. लाल किले पर होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने वाली सभी एजेंसियां अब ज्यादा सतर्कता बरत रही हैं.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन की तैयारियों में दिल्ली जल बोर्ड, स्थानीय निकाय, लोक निर्माण विभाग और दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त केंद्र और राज्य सरकार की कई अन्य एजेंसियां भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होती हैं. इसके अतिरिक्त थल, जल और वायुसेना के जवान भी प्रधानमंत्री के आसपास होते हैं. इन सभी के लिए पहले से अलग रहने की व्यवस्था की गई है.
कैंप में इनके खाना बनाने से लेकर परोसने, गाडि़यों के ड्राइवर और सहायकों तथा संपर्क में आने वाले सभी वाले स्टाफ तक सभी सार्वजनिक जगहों पर नहीं जा सकते हैं. इसके अलावा इन्हें लाने ले जाने वाले वाहनों को सेनिटाइज किया जा रहा है. बैठने का बेहतर प्रबंध प्रधानमंत्री के नजदीक बैठने वाले वीवीआईपी अतिथियों के लिए इस बार लालकिले की मुख्य प्राचीर के साथ वाले पार्क में व्यवस्था की गई है.
इसमें भी सुरक्षित दूरी का पूरा ध्यान रखते हुए इंतजाम किया गया है. स्कूली बच्चों की जगह एनसीसी कैडेट्स कार्यक्रम की रूपरेखा इस तरह बनाई गई है कि प्रधानमंत्री के 10 फुट के दायरे में कोई नहीं पहुंचेगा. हर वर्ष लगभग 1000 मेहमानों की जगह इस बार 1500 कोरोना वॉरियर्स नजर आएंगे. इसके अलावा रंगारंग कार्यक्रम पेश करने वाले स्कूली बच्चों की जगह लगभग 400 एनसीसी कैडेट्स होंगे.
लाल किला पर सीमित कार्यक्रम
लाल किले पर कार्यक्रम को बहुत सीमित रखा गया है. दिल्ली पुलिस और सशस्त्र बलों द्वारा प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. उसके बाद ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान होगा और 21 बंदूकों की सलामी दी जाएगी. प्रधानमंत्री का भाषण होगा और तिरंगे के रंग वाले गुब्बारे आसमान में छोड़े जाएंगे. अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम पूरा हो जाएगा.
स्वतंत्रता दिवस की शाम राष्ट्रपति भवन में एटहोम में 1500 मेहमानों की जगह 100 से भी कम लोगों को बुलाया गया है. समय भी कम कर दिया गया है.कार्यक्रम में 10 प्रमुख मंत्री और 10 प्रमुख राजनयिकों को बुलाया गया है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और कुछ प्रमुख न्यायाधीश भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
इस बार स्वतंत्रता सेनानियों को भी नहीं बुलाया गया है. मंत्रिमंडल सचिव के अतिरिक्त इक्का-दुक्का नौकरशाह ही बिना परिवार के साथ इसमें नजर आएंगे.
पैकेटबंद खाना और बोतलबंद पानी हमेशा की तरह खाने के लिए बुफे या स्टॉल नहीं लगाया जाएगा. पैकेट बंद खाना और बोतल बंद पानी मेहमानों को उनके स्थान पर ही दिया जाएगा. दोनों ही कार्यक्रमों में हाथ मिलाने की जगह लोग दूर से ही एक दूसरे का नमस्ते कर अभिवादन करेंगे.