लॉकडाउन के दौरान हिंसाः महिलाओं के विरुद्ध घरेलू मामले बढ़े, स्मृति ईरानी का जवाब, यह गलत है, पुलिस अपना काम कर रही है

By भाषा | Published: June 8, 2020 02:53 PM2020-06-08T14:53:52+5:302020-06-08T14:53:52+5:30

कोरोना और लॉकडाउन के दौरान देश भर में घरेलू हिंसा के मामले में लगातार वृद्धि हो रही है। लेकिन केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह सब बकवास है। पुलिस काम कर रही है। महिलाएं पुलिस स्टेशन जा रही हैं।

Coronavirus Delhi lockdown Violence Domestic cases against women rise, Smriti Irani's answer wrong | लॉकडाउन के दौरान हिंसाः महिलाओं के विरुद्ध घरेलू मामले बढ़े, स्मृति ईरानी का जवाब, यह गलत है, पुलिस अपना काम कर रही है

महिला एवं बाल विकास और वस्त्र मंत्री ने कहा कि कुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा डर फैलाया जा रहा है। (file photo)

Highlightsकुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा डर फैलाया जा रहा है कि घर में रहने वाली अस्सी फीसदी महिलाओं को पीटा जा रहा है।“लॉकडाउन के दौरान हमारी पुलिस काम कर रही थी। हमारे समस्या निवारण केंद्र भी काम कर रहे थे।” ईरानी ने कहा कि आपातकालीन हेल्पलाइन ‘चाइल्डलाइन 1098’ के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 898 बाल विवाह रोके गए।

नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि के दावों को खारिज किया है।

यह पूछे जाने पर कि क्या लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई और इस दौरान महिलाएं शिकायत भी दर्ज नहीं करा पाईं, ईरानी ने जवाब दिया, “यह गलत है। प्रत्येक राज्य में पुलिस अपना काम कर रही है। प्रत्येक राज्य के प्रत्येक जिले में समस्या का समाधान करने वाले केंद्र हैं। जिन महिलाओं को हमने बचाया है उनके नाम और पहचान उजागर किए बिना मैं प्रत्येक पीड़िता के पुनर्वास की राज्यवार और जिलेवार जानकारी दे सकती हूं।”

महिला एवं बाल विकास और वस्त्र मंत्री ने कहा कि कुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा डर फैलाया जा रहा है कि घर में रहने वाली अस्सी फीसदी महिलाओं को पीटा जा रहा है। ईरानी ने कहा कि घर में हर पुरुष महिला को नहीं पीट रहा है।

उन्होंने कहा, “लॉकडाउन के दौरान हमारी पुलिस काम कर रही थी। हमारे समस्या निवारण केंद्र भी काम कर रहे थे।” ईरानी ने कहा कि बचाव और पुनर्वास सुविधाएं महिलाओं को ही नहीं बच्चों को भी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा, “वास्तव में आंकड़े देखें तो केंद्र के नंबर के अलावा सभी राज्यों में 35 हेल्पलाइन नंबर हैं जो लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह काम कर रहे थे।” ईरानी वीडियो कांफ्रेंस के जरिये एक आयोजन को संबोधित कर रही थीं।

‘चाइल्डलाइन 1098 से लॉकडाउन के दौरान 898 बाल विवाह रोके गए: स्मृति ईरानी

केंद्रीय महिला एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि आपातकालीन हेल्पलाइन ‘चाइल्डलाइन 1098’ के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 898 बाल विवाह रोके गए। उन्होंने यह भी बताया कि ‘चाइल्डलाइन 1098’ ने 18,200 फोन कॉल के जवाब में जरूरी दखल दिया। ईरानी ने ट्वीट किया, ‘‘बच्चों के लिए बनी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की आपातकालीन हेल्पलाइन चाइल्डलाइन 1098 के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 898 बाल विवाह रोके गए।’’

बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी सामग्री के खिलाफ कदम उठाइएगी चाइल्ड हेल्पलाइन

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सरकार ने बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी ऑनलाइन सामग्री के संदर्भ में 'चाइल्ड हेल्पलाइन' को न सिर्फ आपातकालीन मदद करने, बल्कि स्थानीय पुलिस में रिपोर्ट करने का भी निर्देश दिया है।

उन्होंने नोबेल से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के एक ट्वीट के जवाब में यह टिप्पणी की दरअसल, सत्यार्थी ने 'इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड' की उस रिपोर्ट हवाला देते हुए ट्वीट किया था जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी ऑनलाइन सामाग्री की मांग बढ़ गयी है। ईरानी ने कहा, '' हमने चाइल्ड हेल्पलाइन को निर्देशित कर दिया है कि वे यौन उत्पीड़न से जुड़ी सामग्री के संदर्भ में 'न सिर्फ आपातकालीन मदद करें, बल्कि स्थानीय प्रशासन व पुलिस में रिपोर्ट भी करें।'' 

Web Title: Coronavirus Delhi lockdown Violence Domestic cases against women rise, Smriti Irani's answer wrong

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