मास्क को लेकर एक्शन में सरकार, नहीं लगाने पर हमीरपुर में 5000 और शिमला में 1000 रुपये जुर्माना
By भाषा | Published: July 24, 2020 06:16 PM2020-07-24T18:16:25+5:302020-07-24T18:16:25+5:30
फेसबुक और ट्विटर एकाउंट पर हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक अरजीत सेन ठाकुर ने कहा कि जो बिना मास्क लगाये घर से बाहर निकलेंगे, उन पर 5000 रुपये का जुर्माना लगेगा।
शिमलाःहिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में बिना मास्क लगाये घर से बाहर निकलने वाले पर 5000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा और यहां ऐसा करने वाले पर 1000 रुपये का जुर्माना लगेगा।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अपने फेसबुक और ट्विटर एकाउंट पर हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक अरजीत सेन ठाकुर ने कहा कि जो बिना मास्क लगाये घर से बाहर निकलेंगे, उन पर 5000 रुपये का जुर्माना लगेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मास्क लगाना अनिवार्य बनाया है। ऐसा ही बयान शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने जारी किया जिसमें कहा गया है कि मास्क नहीं लगाने या ठीक ढंग से नहीं लगाने वालों पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
केंद्र सरकार की चेतावनी के बाद डीएसटी अपने एन95 मास्क डिजाइन में बदलाव करेगा
एस एन बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज के निदेशक ने कहा कि छिद्रयुक्त श्वासयंत्र लगे एन-95 मास्क पहनने के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा चेतावनी जारी करने के बाद मास्क के डिजाइन में बदलाव किया जाएगा। यह संस्थान विज्ञान एवं तकनीक विभाग के तहत आता है। संस्थान ने एक ऐसा मास्क विकसित किया है जिसमें सांस छोड़ते समय बाहर आने वाली हवा को बाहर निकालने और धूलकण को रोककर आरामदायक और स्वच्छ हवा में सांस लेने वाला फिल्टर लगा हुआ है।
विज्ञान एवं तकनीक मंत्रालय ने कहा कि यह मास्क कार्बन डाइऑक्साइड के सांस में चले जाने संबंधी समस्या, मास्क के भीतर पसीने और गर्मी में सांस लेने की समस्या के समाधान करने के लिए नवोन्मेषी कदम है। इससे लोग मास्क लगाकर आरामदायक तरीके से बात कर सकते हैं और उनकी आवाज भी स्पष्ट आएगी लेकिन इससे वायरस के खिलाफ कम ही बचाव होता है। संस्था के निदेशक समीत कुमार राय ने कहा, ‘‘ हम इसके अनुसार ही बदलाव करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इससे वायरस से पर्याप्त बचाव हो सके।’’
मास्क और दस्ताने को कचरा में फेंकने से पहले उन्हें काट कर 72 घंटे घर में रखें: सीपीसीबी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कोविड-19 कचरा के संबंध में अपने नये दिशानिर्देश में कहा है कि इस्तेमाल किये जा चुके मास्क और दस्तानों का निपटारा करने से पहले उन्हें काट कर कम से कम 72 घंटे तक कागज के थैलों में रखा जाना चाहिए। बोर्ड ने कहा कि जरूरी नहीं है कि ये मास्क और दस्ताने संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल में लाये गये हों। सीपीसीबी ने शॉपिंग मॉल जैसे वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और कार्यालयों को भी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के निपटारे के लिये इसी कार्यप्रणाली का पालन करने का निर्देश दिया है।
सीपीसीबी ने कहा, ‘‘वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, शॉपिंग मॉल, संस्थानों, कार्यालयों आदि में आम आदमी के बेकार पीपीई को अलग कूड़े दान में तीन दिन तक रखना चाहिए, उनका निपटारा उन्हें काट कर ठोस कचरा की तरह करना चाहिए। ’’ सीपीसीबी ने कहा, ‘‘बेकार हो चुके मास्क और दस्तानों को फेंकने से पहले उन्हें काट कर कम से कम 72 घंटों तक ठोस कचरा की तरह कागज के थैले में रखा जाना चाहिए।’’ यह चौथा मौका है, जब सीपीसीबी ने कोविड-19 से जुड़े बायो-मेडिकल कचरे पर दिशानिर्देश जारी किया है।
ब्रिटेन में दुकानों, सुपरमार्केट में अब मास्क लगाना अनिवार्य
ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए आधिकारिक दिशा-निर्देशों के अनुसार इंग्लैंड में दुकानों, सुपरमार्केट, इनडोर शॉपिंग सेंटर और स्टेशन तथा हवाई अड्डों में शुक्रवार से मास्क लगाना अनिवार्य होगा। कोविड-19 से निपटने के लिए लगाई गई पाबंदियों में और ढील देने के साथ ही जारी किए नए दिशा-निर्देशों के तहत लोगों का मास्क लगाना, स्कार्फ या बन्डाना से मुंह और नाक ढकना अनिवार्य होगा। खाद्य पदार्थ खरीदते समय और कैफे या दुकानों से सामान लेते समय भी इन्हें लगाना अनिवार्य होगा।
बैसाखी के सहारे मास्क बेचने वाले दिव्यांग बुजुर्ग की मदद के लिए आगे आए तृणमूल सांसद
अभिनेता से तृणमूल कांग्रेस के सांसद बने देव, बैसाखी के सहारे रोज कई किलोमीटर चलकर मास्क बेचकर अपनी जिंदगी गुजारने वाले एक दिव्यांग बुजुर्ग व्यक्ति की मदद के लिए आगे आए। लॉकडाउन के कारण अपने बेटे के फूल के व्यापार का काम ठप होने के बाद अमाल भौमिक (80) जून से ही शहर के उत्तरी छोर पर बेलघरिया इलाके में गली-गली भटक रहे थे। देव को टि्वटर पर एक पोस्ट के जरिए भौमिक की बेबसी का पता चला तो उन्होंने उनकी मदद करने का फैसला किया।
अभिनेता के प्रोडक्शन की टीम ने बुजुर्ग के परिवार से संपर्क किया और उनकी वित्तीय मदद करने का वादा किया । भौमिक के बेटे ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘देव दा के एक निजी सहायक ने मुझे फोन किया और सहायता देने का वादा किया। उनकी टीम के एक सदस्य जल्द ही आएंगे।’’
सोमनाथ सरकार ने 14 जुलाई को टि्वटर पर एक तस्वीर पोस्ट की थी
माकपा के कार्यकर्ता सोमनाथ सरकार ने 14 जुलाई को टि्वटर पर एक तस्वीर पोस्ट की थी। सरकार ने लिखा था, ‘‘ये बेलघरिया में प्रफुल्लनगर कॉलोनी के अमाल भौमिक हैं। वह प्रतिकूल हालात से निपटने का प्रयास कर रहे हैं । नाइट ड्यूटी से लौटते समय उनसे सामना हुआ। उनसे पता चला कि वादों के बावजूद सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेताओं और पार्षद ने उनकी मदद नहीं की।’’
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उन्हें वृद्धावस्था पेंशन भी नहीं मिलती है । क्या किसी तरह उनकी मदद की जा सकती है ?’’ उनका ट्वीट साझा करते हुए देव ने कहा, ‘‘हाय सोमनाथ...उनकी मदद कर खुशी होगी। सूचना देने के लिए शुक्रिया।’’ संपर्क करने पर भौमिक ने कहा कि उन्हें सड़कों पर इसलिए आना पड़ा क्योंकि परिवार की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। भौमिक ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मेरा बेटा अपना कारोबार चलाने के लिए संघर्ष कर रहा है। आए दिन बाजार बंद कर दिया जाता है। पिछले दो-तीन महीने से महामारी के कारण शादी या अन्य कार्यक्रम के लिए भी उसे कोई ऑर्डर नहीं मिल रहा है।
अंतिम संस्कार के लिए भी कोई फूल नहीं खरीद रहा है।’’ घाटाल के सांसद देव ने इससे पहले नेपाल से 286 प्रवासी मजदूरों की वापसी में मदद की थी। उन्होंने कहा कि मुश्किलों से गुजर रहे लोगों की सहायता करना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मैंने कोई बड़ा काम किया है । परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद करना मेरा दायित्व है।’’