कोरोना वायरसः केरल में पर्यटन उद्योग संकट में, होटल बुकिंग और टूर पैकेज रद्द करा रहे हैं पर्यटक
By भाषा | Updated: February 6, 2020 19:49 IST2020-02-06T19:49:15+5:302020-02-06T19:49:15+5:30
राज्य पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी बुकिंग रद्द कराने के सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन यह सही है कि बार बार बाढ़ आने और संक्रामक रोगों की वजह से पर्यटन उद्योग पर प्रभाव पड़ा है। केरल के समुद्र तटों के दिलकश नजारे, बैकवाटर्स की शांति, हरे भरे पर्वतीय स्थल और रोमांचक वन्य जीवन ने दुनियाभर के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

लोगों ने दावा किया कि राज्यभर में होटल बुकिंग और यात्रा पैकेज बड़ी संख्या में रद्द होने शुरू हो गए हैं।
दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर फैले खौफ के बीच भारत में इसके संक्रमण के तीनों मामले केरल से सामने आने के बाद राज्य के पर्यटन क्षेत्र पर असर पड़ा है और लोग बड़े पैमाने पर होटल बुकिंग और टूर पैकेज रद्द करा रहे हैं।
राज्य पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी बुकिंग रद्द कराने के सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन यह सही है कि बार बार बाढ़ आने और संक्रामक रोगों की वजह से पर्यटन उद्योग पर प्रभाव पड़ा है। केरल के समुद्र तटों के दिलकश नजारे, बैकवाटर्स की शांति, हरे भरे पर्वतीय स्थल और रोमांचक वन्य जीवन ने दुनियाभर के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
उसके पर्यटन उद्योग का राज्य की अर्थव्यवस्था में प्रमुख योगदान है। केरल का पर्यटन उद्योग 2020 में और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने की तैयारी कर रहा था कि इसी बीच भारत में कोरोना वायरस के सभी तीन पॉजीटिव मामले यहीं से सामने आए जिससे बड़ी संख्या में पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी।
चीन के वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ रहे राज्य के तीन मेडिकल छात्रों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है और 2,528 लोग निगरानी में है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 93 लोग विभिन्न अस्पतालों के अलग वार्ड में भर्ती हैं। पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रमुख लोगों ने दावा किया कि राज्यभर में होटल बुकिंग और यात्रा पैकेज बड़ी संख्या में रद्द होने शुरू हो गए हैं।
एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “ फिलहाल सटीक संख्या उपलब्ध नहीं है, लेकिन उद्योग के सूत्रों ने हमें बताया है कि केरल पर्यटन विकास निगम (केटीडीसी) के सहित कई होटलों में बुकिंग रद्द हुई हैं।” उन्होंने कहा कि विभिन्न केंद्रों में केटीडीसी की हेल्प डेस्क पर लोग फोन करके राज्य की स्थिति के बारे मे जानना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, “ केरल में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। चिंता की कोई बात नहीं है। फिर भी लोग चिंतित हैं और कुछ ने बुकिंग रद्द करा दी है।”
केरल सरकार के कोरोना वायरस को ‘राज्य आपदा’ घोषित करने के बाद पर्यटन मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने माना कि इस क्षेत्र को बड़ा नुकसान हुआ है। राज्य में पर्यटन का सबसे व्यस्त समय नवंबर-फरवरी है जबकि घरेलू मेहमान अप्रैल-मई, अगस्त-सितंबर (ओणम उत्सव) और दिसंबर-जनवरी में आते हैं।
प्रसिद्ध यात्रा एवं पर्यटन उद्यमी ई एम नजीब ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में यात्रा कार्यक्रम तथा पैकेज रद्द किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी को ‘राज्य आपदा’ घोषित करने से राज्य की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नजीब ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम संक्रमित लोगों की रक्षा करने, जनता के बीच जागरूकता पैदा करने और स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए कदमों की सराहना करते हैं लेकिन जहां तक पर्यटन उद्योग का संबंध है तो ऐसे कदमों से लोग भयभीत होंगे।
न केवल पर्यटन बल्कि राज्य की सभी व्यावसायिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा।’’ सीजीएच अर्थ समूह के सीईओ जोस डोमिनिक ने पीटीआई भाषा से कहा, “ कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद 15-20 फीसदी बुकिंग रद्द हुई हैं।” एशिया के मशहूर पर्यटक स्थलों में से एक ‘‘गॉड्स ऑन कंट्री’’ केरल में कोरोना वायरस के कारण पर्यटन पर ऐसे समय में असर पड़ रहा है, जब वह निपाह वायरस और पिछले तीन वर्षों में एक के बाद एक आई बाढ़ के प्रकोप से उबरने की राह पर था।