Corona Update: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 86052 मामले आए सामने, 1141 मरीजों की हुई मौत
By रामदीप मिश्रा | Published: September 25, 2020 09:29 AM2020-09-25T09:29:03+5:302020-09-25T09:34:12+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। इस घातक वायरस की वजह से पूरी दुनिया प्रभावित है। इस बीच भारत में कोरोना के मरीज 58 लाख से पार हो गए हैं। पिछले कई दिनों से 80 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 86,052 नए मामले सामने आए। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1141 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 58,18,571 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 9,70,116 सक्रिय मामले हैं और 47,56,165 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 92,290 मरीजों की मौत हो चुकी है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख के पार, 23 अगस्त को 30 लाख के पार, पांच सितम्बर को 40 लाख के पार और 16 सितम्बर को 50 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 24 सितम्बर तक कुल 6,89,28,440 नमूनों की जांच की गई, इनमें से 14,92,409 नमूनों की जांच गुरुवार को की गई।India's #COVID19 case tally crosses 58-lakh mark with a spike of 86,052 new cases & 1,141 deaths in last 24 hours.
— ANI (@ANI) September 25, 2020
The total case tally stands at 58,18,571 including 9,70,116 active cases, 47,56,165 cured/discharged/migrated & 92,290 deaths: Ministry of Health & Family Welfare pic.twitter.com/MQbENGXCxF
भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।