कांग्रेस में होगा फेरबदल, सचिन पायलट और रमेश चेनिथला बनेंगे महासचिव, कई राज्य के अध्यक्ष बदलेंगे
By शीलेष शर्मा | Published: July 6, 2021 06:13 PM2021-07-06T18:13:04+5:302021-07-06T20:59:32+5:30
राहुल गांधी ने कल बिहार के कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली बुलाया है। पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस बिहार प्रदेश इकाई का नए सिरे से गठन करने की तैयारी में है।
नई दिल्लीः कांग्रेस व्यापक स्तर पर फ़ेरबदल करने की तैयारी कर रही है। संगठन को ज़मीनी स्तर पर मज़बूत किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल, प्रियंका गांधी जहां प्रदेशों में नए प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिये अलग-अलग राज्यों के नेताओं से चर्चा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सोनिया गांधी पंजाब ,राजस्थान ,केरल ,हरियाणा सहित अन्य राज्यों में पनप रही आंतरिक कलह को निपटाने में लगी हैं।
सूत्रों के अनुसार इसी क्रम में राहुल ने कल बिहार के कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली बुलाया है। पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस बिहार प्रदेश इकाई का नए सिरे से गठन करने की तैयारी में है। बिहार के अलावा चुनाव वाले राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का बदलना तय माना जा रहा है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस आलाकमान का इरादा पालक मंत्रियों को उनकी वर्तमान तैनाती से बदल कर दूसरे क्षेत्र में नई तैनाती दिये जाने के संकेत हैं। उच्च पदस्थ सूत्र बताते हैं कि राहुल और प्रियंका महाराष्ट्र में पार्टी संगठन को मज़बूत करने के लिये कुछ और परिवर्तन कर सकते हैं।
हरियाणा में हुड्डा समर्थकों की उस मांग को कांग्रेस ने खारिज किया जिसमें भूपेंद्र हुड्डा अपने पुत्र दीपेंद्र हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के लिए नेतृत्व पर दबाव बना रहे थे। राष्ट्रीय स्तर पर भी पार्टी में बदलाव की तैयारी है, जिसके तहत सचिन पायलट और रमेश चेनिथला को महासचिव बनाये जाने के संकेत हैं।
पंजाब कांग्रेस विवाद: सोनिया गांधी से मिले अमरिंदर सिंह
कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी और अमरिंदर की मुलाकात के दौरान पंजाब प्रदेश कांग्रेस में कलह को दूर करने के फार्मूले पर चर्चा हुई है।
इससे पहले, पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने गत बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ लंबी बैठक की थी। सूत्रों के मुताबिक, इन बैठकों में कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू को पार्टी या संगठन में सम्मानजनक स्थान की पेशकश के साथ मनाने का प्रयास किया गया।
हाल के दिनों में सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते। हाल के कुछ सप्ताह में सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ बिजली सहित विभिन्न मुद्दों पर मोर्चा खोल रखा है। सिद्धू का कहना है कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कारगर कदम भी नहीं उठाए गए।