दूसरी बार 'लक्ष्मण रेखा’ पार करने से पहले सोचना चाहिए था, आचार्य कृष्णम को कांग्रेस ने लगाई फटकार, जानिए क्यों?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 30, 2022 07:47 AM2022-06-30T07:47:00+5:302022-06-30T08:00:34+5:30
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी और एक वीडियो में गुनाह कबूल करते हुए कहा कि वे ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला ले रहे हैं। कृष्णम ने एक ट्वीट में गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि धमकी मिलने के बावजूद कन्हैया को सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं कराई गई और आरोप लगाया कि हत्यारों के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन भी समान रूप से जिम्मेदार है।
नयी दिल्लीः कांग्रेस ने बुधवार को उदयपुर में एक दर्जी की नृशंस हत्या के बाद अशोक गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाने वाली टिप्पणी के लिए अपने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को फटकार लगाते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी तथ्यों से रहित है और उन्हें ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ पार करने से पहले कम से कम एक बार इस पर विचार करना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी और एक वीडियो में गुनाह कबूल करते हुए कहा कि वे ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला ले रहे हैं। कृष्णम ने एक ट्वीट में गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि धमकी मिलने के बावजूद कन्हैया को सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं कराई गई और आरोप लगाया कि हत्यारों के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन भी समान रूप से जिम्मेदार है।
दूसरी बार लक्ष्मण रेखा पार करने से पहले एक बार तो सोचना चाहिए था आदरणीय प्रमोद त्यागी जी। जो आपने लिखा है वो वैसे भी तथ्यों से बहुत परे है। https://t.co/B9BUcjTsvt
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 29, 2022
उन्होंने पूछा, ‘‘एसएसपी, डीआईजी के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।’’ कृष्णम ने यह भी पूछा कि क्या राजस्थान में कांग्रेस सरकार का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो गया गया है। कृष्णम को निशाने पर लेते हुए, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उनसे ट्विटर पर कहा कि उन्हें दूसरी बार "लक्ष्मण रेखा" पार करने से पहले कम से कम एक बार इस पर विचार करना चाहिए था।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कृष्णम के ट्वीट को टैग करते हुए कहा, ‘‘आपने जो लिखा है वह तथ्यों से बहुत परे है।’’ पिछले सप्ताह कांग्रेस ने कृष्णम की इस टिप्पणी ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीएम पद छोड़ने में एक पल भी देरी नहीं करनी चाहिए’’ से खुद को दूर कर लिया था और कहा था कि ये न तो पार्टी के विचार हैं और न ही वह अधिकृत प्रवक्ता हैं।