नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया के इस्तीफे के बाद राज्य में कमलनाथ सरकार संकट में आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने भी अपने इस्तीफे का ऐलान किया है। इसी बीच कांग्रेस के काकोड़िया से विधायक ( MLA)अर्जुन सिंह ने दावा किया है कि कांग्रेस की सरकार रहेगी। अर्जुन सिंह ने कहा, ''कमलनाथ सरकार रहेगी। 16 तारीख को देखिएगा, जितने नंबर थे उतने ही रहेंगे। सब वापस आएंगे। जाने दीजिए उन्हें(सिंधिया),पुराना इतिहास है, जनसंघ उन्हीं के घर से पैदा हुआ था।अकेले जाने से कुछ नहीं होता, अब राजा-महाराजा के दिन गए।''
Madhya Pradesh Congress MLA Arjun Singh: Congress & Kamal Nath's government will remain. You will see on 16th, numbers (of MLAs) will stay the same. Him (Jyotiraditya Scindia) leaving doesn't affect anything, days of Rajas-Maharajas are long gone. #Bhopalpic.twitter.com/Efv1tX7D4b— ANI (@ANI) March 11, 2020
कमलनाथ का दावा- चिंता की बात नहीं, हमारे पास बहुमत
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी दावा किया है कि उनके पास बहुमत है। परेशान होने की जरूरत नहीं है। सीएम कमलनाथ ने कहा है कि चिंता की बात नहीं है, हमारे पास बहुमत है। उन्होंने कहा है कि विधायकों को कैद किया गया है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे, जिनमें 4 निर्दलीय है। कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि अब चार और विधायक गायब रहे।
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने अपने इस्तीफे पत्र में सोनिया गांधी पर लगाए आरोप
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिए अपने इस्तीफे पत्र में ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने सबकुछ जानकर भी फैसला ना लेने का आरोप लगाया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा है- ''मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है। आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।'' जवाब में कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को पार्टी से बेदखल कर दिया है।