छत्तीसगढ़ कांग्रेस में विवाद और गहराया, सभी विधायको को दिल्ली बुलाया गया: रिपोर्ट
By विनीत कुमार | Published: August 26, 2021 06:53 PM2021-08-26T18:53:04+5:302021-08-26T19:04:51+5:30
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी विवाद के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को राहुल गांधी से एक बार फिर मुलाकात कर सकते हैं। राहुल गांधी के साथ इस सप्ताह उनकी यह दूसरी बैठक होगी।
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़कांग्रेस में जारी विवाद के और गहरा जाने के संकेत मिल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस ने राज्य में बिगड़ते नेतृत्व संकट के बीच छत्तीसगढ़ के अपने सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गहराते विवाद के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को राहुल गांधी से एक बार फिर मुलाकात कर सकते हैं। ऐसे में उनकी राहुल गांधी से इस सप्ताह इस तरह की दूसरी बैठक होगी।
सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल को उन्हीं के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से चुनौती मिल रही है। छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे हैं।
सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
राहुल गांधी से पहले मिल चुके हैं भूपेश बघेल और सिंहदेव
राहुल गांधी ने मंगलवार को बघेल और सिंहदेव के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद कांग्रेस के छत्तीसगढ़ मामलों के प्रभारी पीएल पुनिया ने इस बात से इनकार किया कि इस बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई चर्चा हुई। उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ के सभी संभागों के विकास पर चर्चा हुई।
राहुल गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद ही भूपेश बघेल और सिंहदेव ने पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, वेणुगोपाल के आवास पर उनसे दोनों नेता अलग अलग मिले थे।
सिंहदेव दे चुके हैं अल्टीमेटम!
सिंहदेव के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री बनाए जाने से कम पर समझौता नहीं करेंगे। सूत्रों के मुताबिक अगर उन्हें छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो वह सरकार छोड़ देंगे और शायद कांग्रेस पार्टी को भी अलविदा कह सकते हैं।
हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि सिंहदेव भाजपा में शामिल नहीं होंगे लेकिन बघेल के साथ काम नहीं करेंगे। बता दें सिंहदेव अभी भी दिल्ली में हैं और राहुल गांधी से मुलाकात के बावजूद छत्तीसगढ़ नहीं लौटे हैं। पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री पद के उनके दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, 'नेतृत्व के मुद्दे पर हम आलाकमान के फैसले से सहमत होंगे।'
बताते चलें कि पिछले दिनों बघेल गुट और सिंहदेव गुट के बीच मतभेद उस समय और बढ़ गया था जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। बृहस्पति सिंह को मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है।