कांग्रेस-एआईयूडीएफ ‘महाजोत’ से सावधान क्योंकि यह ‘महाझूठ’ है : मोदी
By भाषा | Updated: March 24, 2021 21:45 IST2021-03-24T21:45:00+5:302021-03-24T21:45:00+5:30

कांग्रेस-एआईयूडीएफ ‘महाजोत’ से सावधान क्योंकि यह ‘महाझूठ’ है : मोदी
बिहपुरिया/सिपाझार (असम), 24 मार्च प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के लोगों का आह्वान किया कि वे कांग्रेस-एआईयूडीएफ ‘महाजोत’ (महागठबंधन) से सावधान रहें क्योंकि यह ‘महाझूठ’ है।
यहां एक चुनावी रैली में मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में विपक्षी दल के पास आदर्श या योग्य नेता नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास न नेता है न नीति, सिर्फ महाझूठ है।”
उन्होंने कहा कि वह सिर्फ घुसपैठ, लूट, ‘सत्र’ (वैष्णवों के मठ) और वन्यजीव अभ्यारण्यों की जमीनों पर कब्जा, शिकार और भ्रष्टाचार की गारंटी दे सकती है। उन्होंने कहा कि यह महाझूठ का आधार है।
मोदी ने कहा, “मैं आप लोगों को इस तथ्य के बारे में जागरुक करने आया हूं कि कांग्रेस का हाथ उन लोगों के साथ है जो राज्य की पहचान और संस्कृति के लिए खतरा हैं।”
विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिये कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने उस दल के साथ कैसे गठजोड़ किया जो घुसपैठियों के बल पर पैदा हुआ और पनपा है।”
कांग्रेस पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “वे कुछ भी कर सकते हैं, वोट के लिये किसी को भी धोखा दे सकते हैं।”
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि राजग सरकार ने बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ रोकने के लिये कदम उठाए हैं और सीमा सुरक्षा को मजबूत किया है।
उन्होंने कहा, “राज्य की सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं की सुरक्षा करने वाली भाजपा सरकार पर लोगों के बढ़ते भरोसे के बीच क्या आप असम को उन लोगों के हाथों में सौंप सकते हैं जो राज्य की पहचान को नष्ट करने के लिये अवैध आव्रजकों को प्रवेश की मंजूरी देंगे?”
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने असम के गौरव यहां की चाय को भी नहीं छोड़ा और इसे वैश्विक रूप से शर्मसार करने का प्रयास किया। उनका परोक्ष संदर्भ टूलकिट विवाद को लेकर था।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस अब चाय बागान के कर्मियों की स्थिति में सुधार के लिये बड़े-बड़े दावे कर रही है जबकि हकीकत यह है कि उन्होंने दशकों तक कुछ नहीं किया।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 15 सालों के शासन में चाय बागान कर्मियों की मजदूरी महज 100 रुपये बढ़ी जबकि राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान पांच सालों में यह दो गुनी हो गई।
उन्होंने कहा, “हम चाय बागान मजदूरों खासकर महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। राजग सरकार ने विशेष रूप से चाय बागान कर्मियों के लिये इस साल के केंद्रीय बजट में 1000 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने बीते पांच सालों में विकास के आधार को मजबूत किया है। अगले पांच सालों में हम इसे और आगे लेकर जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि मंगलवार को जारी हुए उनकी पार्टी के चुनावी घोषणा-पत्र को तैयार करने के दौरान प्रदेश के लोगों की अकांक्षाओं को ध्यान में रखा गया है।
उन्होंने कहा, “संकल्प पत्र (घोषणा-पत्र) में आत्मनिर्भर असम की दिशा में रूपरेखा दर्शायी गई है और वह विकास व अवसरों के जरिये सभी की अकांक्षाओं को पूरा करने के लिये संकल्पित है। घोषणा-पत्र में संस्कृति, सुरक्षा और समृद्धि को लेकर भी प्रतिबद्धता जाहिर की गई है।”
सिपाझार में अपनी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर समाज के विभिन्न वर्गों में दरार पैदा करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि दूसरी तरफ भाजपा है जो विभिन्न समुदायों के बीच रिश्तों को मजबूत करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा, “असम में यह स्पष्ट है कि कैसे पहाड़ और मैदान के लोग, बराक और ब्रह्मपुत्र घाटी के लोग मिलजुल कर रहते हैं और इसी के साथ अपनी संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण व संवर्धन कर रहे हैं।”
भाजपा के संवेदनशीलता के साथ लोगों का भरोसा जीतने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि बोडो समझौते के जरिये सरकार ने बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन में स्थायी शांति का रास्ता साफ किया।
उन्होंने कहा, “हम पहले आपके पास ‘परिवर्तन’ के वादे के साथ आए थे। अब हम ‘तेज विकास’ सुनिश्चित करने का संकल्प व्यक्त कर रहे हैं।”
असम राइफल्स को उसके 186वें स्थापना दिवस पर शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा, “राष्ट्र की सुरक्षा में असम राइफल्स ने गौरवशाली भूमिका निभाई है और मैं असम की भूमि से उनके साहस व बहादुरी को सलाम करता हूं।
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