यूपी में बाबा रामदेव और सीएम योगी आदित्यनाथ की लिखित पुस्तकें पढ़ेंगे कॉलेज के छात्र
By दीप्ती कुमारी | Updated: June 2, 2021 14:28 IST2021-06-02T14:24:54+5:302021-06-02T14:28:44+5:30
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा लिखित पुस्तकें अब उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में दर्शन शास्त्र का अध्ययन करने वाले स्नातक छात्रों के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा लिखित पुस्तकें अब उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में दर्शन शास्त्र का अध्ययन करने वाले स्नातक छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगी। दरअसल ये सिफारिश राज्य भर के विश्वविद्यालयों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर बनी एक समिति की ओर से किया गया है।
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, मेरठ में राज्य सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालय चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय(सीसीएसयू) ने इसे पहले ही अपने पाठ्यक्रम पुस्तकों में शामिल कर लिया है । विश्वविद्यालय दूसरे सेमेस्टर के स्नातक दर्शन पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में सीएम योगी आदित्यनाथ की 'हठयोग का स्वरूप व साधना' और बाबा रामदेव की 'योग साधना व योग चिकित्सा रहस्य' को शामिल किया है।
इन दोनों किताबों की राज्य में विश्वविद्यालय और उनके संबंध कॉलेजों में दर्शनशास्त्र के छात्रों के लिए भी पढ़ाने के सुझाव के तौर पर सिफारिश की गई है।
किताबों की 'उच्च साहित्यिक महत्व' को देखते हुए लिया गया फैसला
रिपोर्ट में पाठ्यक्रम विकास समिति के एक सदस्य के हवाले से कहा गया कि दोनों पुस्तकों को उनके "उच्च साहित्यिक महत्व" के कारण चुना गया है । उन्होंने कहा कि "सभी पुस्तकों को उनके उच्च शैक्षणिक और साहित्यिक मूल्य के कारण चुना गया है कुछ को पढ़ने का सुझाव दिया जाता और कुछ क्रेडिट आधारित पाठ्यक्रम का हिस्सा होते हैं।"
समिति का गठन राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप सभी राज्य विश्वविद्यालय और कॉलेज के लिए 'सामान्य न्यूनतम पाठ्यक्रम' को आधारित करने के लिए किया गया था । इसमें कला, साहित्य, ह्यूमैनिटी और विज्ञान सहित सभी विषयों के लिए पाठ्यक्रम का सुझाव दिया गया है।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में बोर्ड ऑफ स्टडीज के संयोजक डीएन सिंह ने कहा कि समिति द्वारा अनुशंसित पुस्तकें 'उच्च शैक्षणिक महत्व' की है और साथ ही सीएम योगी द्वारा लिखी गई पुस्तक योग के व्यवहारिक पहलू को सिखाती है ।
सिंह ने कहा कि 'हमें अपने प्राचीन विज्ञान योग के बारे में जानने के लिए इस तरह के साहित्य की आवश्यकता है । इस तरह रामदेव की किताब भी दर्शनशास्त्र के छात्रों के लिए एक अच्छी किताब है क्योंकि वह योग गुरु है उन्होंने योग को जन-जन तक पहुंचाया है ।'
विश्वविद्यालय में कला संकाय के विभागाध्यक्ष ने कहा कि छात्रों को प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और दर्शनशास्त्र सिखाने के लिए पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।