"परिस्थितियां बदलती रहती हैं लेकिन मैं भाजपा का भक्त हूं", अनिल विज ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के शपथ समारोह में शामिल नहीं होने पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 13, 2024 12:07 PM2024-03-13T12:07:57+5:302024-03-13T12:17:09+5:30
हरियाणा में सत्ता परिवर्तन के बाद से कथिततौर पर नाराज चल रहे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि राजनीति में परिस्थितियां बदलती रहती हैं।
चंडीगढ़:हरियाणा में सत्ता परिवर्तन के बाद से कथिततौर पर नाराज चल रहे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि राजनीति में परिस्थितियां बदलती रहती हैं और बदले हालात में भी वो भाजपा के भक्त हैं। इसलिए पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार अनिल विज बीते मंगलवार को पार्टी आलाकमान द्वारा मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने और उनकी जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने के मुद्दे पर कथिततौर से आहत थे। कहा जा रहा है कि उसी कारण से अनिल विज बीते मंलवार शाम में राजभवन में नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए।
अनिल विज ने सूबे में हुई नये मुख्यमंत्री की ताजपोशी पर कहा, ''मैं भाजपा का 'भक्त' हूं। परिस्थितियां बदलती रहती हैं, लेकिन मैंने हर परिस्थिति में पार्टी के लिए काम किया है। मैं आज भी काम करूंगा और ज्यादा ताकत से करूंगा। स्थितियाँ बदल सकती हैं लेकिन मैं पार्टी के लिए काम करना जारी रखूंगा।”
मालूम हो कि भाजपा ने बीते मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम में मनोहर लाल खट्टर की जगह ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया।
सूबे की समान संभालने वाले नायब सिंह सैनी हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष हैं। उन्होंने मनोहर लाल खट्टर और उनके मंत्रिमंडल के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद राजभवन समारोह में पांच मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
जहां तक अनिल विज का सवाल है तो वह पूर्व में भी मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर के साथ अनबन के कारण खबरों की सुर्खियों में रहते थे। बताया जा रहा है कि बीते मंगलवार को अनिल विज के पास मु्ख्यमंत्री बनने का मौका था लेकिन पार्टी आलाकमान द्वारा की गई कथित "अनदेखा" से विज बहुत आहत थे।
हालांकि अनिल विज के बयान से यह तय हो गया है कि वो भाजपा के साथ बने हुए हैं। इस कारण से पार्टी के लिए उनसे वार्ता करने का रास्ता खुल गया है। अंबाला छावनी से छह बार विधायक रहे अनिल विज नाराज होकर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए और चंडीगढ़ से अपने निर्वाचन क्षेत्र वापस लौट आये थे जबकि उनका नाम मंत्रिपरिषद की सूची में था।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि अनिल विज तक पहुंचने के लिए नए सिरे से प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री के रूप में खट्टर का दूसरा कार्यकाल आगामी अक्टूबर में समाप्त हो रहा है और उसके बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होंगे।