BJP के बयान पर पहली बार चिराग पासवान का पलटवार, भाजपा से पूछा- अगर मैं वोटकटवा हूं तो 2014 से साथ क्यों हैं?
By एस पी सिन्हा | Published: October 17, 2020 03:55 PM2020-10-17T15:55:03+5:302020-10-17T16:57:09+5:30
बीते दिनों केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोजपा को बिहार विधानसभा चुनाव में वोट कटवा पार्टी बताने के साथ-साथ भ्रम फैलाने की बात कहते नजर आए. इसी बयान पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया दी है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. भाजपा नेताओं के लगातार बयानबाजी और वोटकटवा कहे जाने के बाद अब चिराग ने अपने तेवर दिखाए हैं. भाजपा द्वारा वोटकटवा कहने पर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान भड़क गए हैं. उन्होंने भाजपा से पूछा है कि अगर मैं वोटकटवा हूं तो भाजपा 2014 से गठबंधन में साथ क्यों है? चिराग ने आगे कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनते हैं, तो आने वाले वक्त में लोजपा एनडीए से बाहर हो जाएगी.
चिराग पासवान तब हमलावर हुए जब बीते दिनों केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोजपा को बिहार विधानसभा चुनाव में वोट कटवा पार्टी बताने के साथ-साथ भ्रम फैलाने की बात कहते नजर आए. यहां उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में टिकट बंटवारे में विवाद के बाद लोजपा के एनडीए गठबंधन से अलग होकर चुनाव लडने की घोषणा के बाद से ही लोजपा और एनडीए के भाजपा, जदयू और हम में सियासी जंग छिड़ी हुई है.
भाजपा नेता के बयान पर चिराग पासवान ने किया पलटवार-
ये जंग धीरे-धीरे तीखी बयानबाजी में तब्दील होती जा रही है. ऐसे में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के वोटकटवा वाले बयान को लेकर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज पलटवार करते हुए कहा है कि मुझे उनसे ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दबाव में आकर ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं.
चिराग ने नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा नेता अपने विवेक का इस्तेमाल करें. लोजपा प्रमुख ने एक बार फिर से कहा कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो मैं विपक्ष में बैठूंगा.
चिराग पासवान ने कहा कि हम इस चुनाव में भाजपा के साथ हैं, हमने 143 सीटों पर चुनाव लडने की घोषणा की है, हम उन सीटों पर चुनाव लडेंगे. उल्लेखनीय है कि चिराग ने कल अपने एक बयान में कहा था कि मुझे चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री की तस्वीर इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है. मैं उनका हनुमान हूं मेरे दिल में उनकी तस्वीर बसती है.
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने हमेशा पापा का अपमान किया-
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री को उनकी तस्वीर लगाने की जरूरत है क्योंकि उन्होंने हमेशा उनका अपमान और विरोध किया. चिराग पासवान ने कहा कि पापा अर्थात रामविलास पासवान ने 143 सीटों पर लड़ने का फैसला किया था. एक बेटे के तौर पर मैं बुरी तरह से आहत था, जब मेरे पिता का नीतीश कुमार की तरफ से बार-बार अपमान किया गया था. 10 नवंबर को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे.
यहां बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लोजपा को मात्र एक वोटकटवा पार्टी करार दिया था. वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी एक ऐसा ही बयान दिया. उन्होंने कहा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा के बडे नेताओं का नाम लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. लोजपा बस एक वोटकटवा पार्टी बनकर रह जाएगी. जावड़ेकर ने कहा था कि चिराग पासवान ने बिहार में एक अलग रास्ता चुन लिया है. वे भाजपा के बड़े नेताओं का नाम लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. हमारी कोई भी बी और सी टीम नहीं है. बिहार में एनडीए को तीन चौथाई बहुमत मिलने जा रहा है. चिराग पासवान की लोजपा बस एक वोटकटवा पार्टी बन कर रह जाएगी.
भाजपा ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को एक बार फिर से साफ कर दिया है कि आप भ्रम में न रहें
इसतरह से भाजपा ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को एक बार फिर से साफ कर दिया है कि आप भ्रम में न रहें और न लोगों को भ्रम में डालें. आप अब एनडीए में नहीं हैं. बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने एक बार फिर से स्पष्ट शब्दों में कहा कि चिराग पासवान हमारे साथ अब नहीं हैं. वह चाहे जो भी कर कहें, लेकिन अब वे पूरे तौर से एनडीए से अलग हैं.
भूपेंद्र यादव ने कहा कि महागठबंधन में राजद कांग्रेस और माले का जो गठबंधन है वह अपवित्र है. क्या कांग्रेस जवाब देगी कि उसने वामपंथ और समाज को तोडने वाली पार्टी माले के साथ क्यों गठबंधन किया है? माले ने मगध के क्षेत्र में समाज को तोडने और हिंसा को बढावा देने की राजनीति की है.
आज भी बिहार के लोगों को याद है कि किस तरीके से अरवल, जहानाबाद औरंगाबाद और गया के इलाकों में माले का आतंक था. क्या राजद, कांग्रेस, माले के साथ गठबंधन कर फिर से वही स्थिति लाने की कोशिश में है. भूपेंद्र यादव ने कहा कि महागठबंधन में वामपंथी दलों को 30 सीटें दी गई हैं, जो यह साबित करता है कि एक बार फिर से महागठबंधन वर्ग संघर्ष को बढावा देने की कोशिश में है. बिहार प्रभारी ने आगे कहा कि राजद का नेतृत्व कमजोर है. महागठबंधन के पुराने घटक मांझी, कुशवाहा, मुकेश सहनी को बाहर कर दिया गया.