चिराग पासवान बोले-लोजपा तोड़ने में रही ललन सिंह की भूमिका, नीतीश को पीएम कैंडिडेट बताए जाने पर भी कसा तंज
By एस पी सिन्हा | Updated: August 6, 2021 17:35 IST2021-08-06T17:32:15+5:302021-08-06T17:35:46+5:30
लोजपा सांसद चिराग पासवान ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि ललन सिंह को जोड़ने का अनुभव है या नहीं, यह वे नहीं जानते लेकिन तोड़ने का अनुभव तो उन्हें जरूर है।

चिराग पासवान। (फाइल फोटो)
पटनाः लोजपा सांसद चिराग पासवान ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि ललन सिंह को जोड़ने का अनुभव है या नहीं, यह वे नहीं जानते लेकिन तोड़ने का अनुभव तो उन्हें जरूर है। उन्होंने कहा कि लोजपा को तोड़ने में उनकी अहम भूमिका रही। चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताए जाने पर भी कटाक्ष किया है।
सांसद ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जदयू के इस बयान पर कि उनके सामने कोई नहीं टिक सकता पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि वे खुद अपनी पार्टी में कैसे टिक पाए हैं, वे खुद समझते हैं। कंपंसेट करने के लिए उन्हें यह पोस्ट दिया गया है। लोजपा को तोड़ने का उन्हें इनाम मिला है। उन्हें तोड़ने का बडा अनुभव है।
नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताए जाने पर उन्होंने कहा कि पहले वे सीएम मैटेरियल बन जाएं। 2014 में वे पीएम मैटेरियल साबित करने के लिए ही नरेंद्र मोदी से अलग हुए थे। उनकी महत्वाकांक्षा बड़ी है, लेकिन जितनी चिंता वे अपनी पार्टी की करते हैं, उतनी बिहार की कर लें तो बेहतर होगा।
बिहार में आशीर्वाद यात्रा पर निकलने से पहले चिराग ने कहा कि यूपी में उनकी पार्टी के कई विधायक होते थे। उनके पिता का वहां बड़ा जनाधार रहा है। संसदीय बोर्ड की बैठक में इसका फैसला हो जाएगा कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाए। गठबंधन का क्या स्वरूप होगा, या कैसे चुनाव लड़ा जाएगा? इसपर निर्णय महीने भर में होगा।
यहां उल्लेखनीय है कि चिराग पिछले विधानसभा चुनाव के समय से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं। जदयू के उम्मीदवारों के विरोध में उन्होंने लोजपा का प्रत्याशी खड़ा कर दिया था। चिराग पासवान अब अपनी पार्टी में टूट के लिए भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। वैसे उन्होंने यह भी कहा है कि व्यक्तिगत तौर पर वे नीतीश कुमार जी का सम्मान करते हैं। वे उनके लिए आदरणीय हैं, लेकिन उनकी नीतियों के वे विरोधी हैं। हालांकि अब ललन सिंह ने के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर हमलावर रूख अख्तियार कर लिया है।