राफेल से सावधान रहे चीन और पाकिस्तान, अहम प्रौद्योगिकी, क्षमता को शामिल करना नए वायु सेना प्रमुख भदौरिया की शीर्ष प्राथमिकता
By भाषा | Updated: September 30, 2019 19:39 IST2019-09-30T19:39:29+5:302019-09-30T19:39:29+5:30
एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया को 26 श्रेणी के विमानों की उड़ान का करीब 4250 घंटे का अनुभव है। उन्होंने 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीदारी के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्होंने शामिल की गयी सेवाओं-उपकरणों को जल्द परिचालन में लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

प्रौद्योगिकी की खरीदारी के जरिए आधुनिकीकरण पर भी जोर रहेगा।
एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने सोमवार को वायु सेना के 26 वें प्रमुख का पदभार ग्रहण किया और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों तथा क्षमताओं को शामिल करते हुए बल के आधुनिकीकरण को अपनी शीर्ष प्राथमिकता में रखा है।
भदौरिया को 26 श्रेणी के विमानों की उड़ान का करीब 4250 घंटे का अनुभव है। उन्होंने 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीदारी के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्होंने शामिल की गयी सेवाओं-उपकरणों को जल्द परिचालन में लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
भदौरिया ने एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ का स्थान लिया है, जो 41 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए। वायु सेना के विमानों से जुड़े हादसे में वृद्धि के बीच भदौरिया ने विमानों और अन्य युद्धक उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही मौजूदा बेड़े का संचालन बनाए रखने के लिए स्वदेशीकरण पर भी जोर दिया।
#WATCH IAF Chief Air Chief Marshal RKS Bhadauria on being asked if IAF is better prepared to carry out another Balakot like strike in future: We were prepared then, we will be prepared next time. We will be ready to face any challenge, any threat. pic.twitter.com/gMv6HpxJns
— ANI (@ANI) September 30, 2019
वायु सैन्य कर्मियों को अपने संक्षिप्त संदेश में उन्होंने कहा कि वायु सेना का ध्यान शामिल नयी सेवाओं और उपकरणों को तेजी से काम में लाने के साथ ही वायु सेना की संचालन योजना में इनकी क्षमताओं को पूरी तरह शामिल करना भी शामिल है।
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि स्वदेशी डिजाइन और विकास पर आत्मनिर्भरता बढ़ाने के साथ महत्वपूर्ण क्षमताओं व प्रौद्योगिकी की खरीदारी के जरिए आधुनिकीकरण पर भी जोर रहेगा। हम मौजूदा समस्त बेड़े और साजो-सामान को बनाए रखने के लिए स्वदेशीकरण को भी बढ़ावा देंगे।
एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि दुनिया की सबसे बेहतरीन वायु सेनाओं में से एक की कमान संभालते हुए वह जिम्मेदारी और सम्मान की भावना महसूस कर रहे हैं। भदौरिया ने जून 1980 में भारतीय वायु सेना के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया था और वह विभिन्न कमान, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल पदों पर रहे हैं।