छत्तीसगढ़: खिलाड़ियों के रेलवे टिकट के पैसे भी डकार गए अधिकारी, मिली थी स्लीपर कोच की राशि, जनरल बोगी में ठूंसे गए 200 खिलाड़ी
By शाहनवाज आलम | Published: October 14, 2022 12:00 PM2022-10-14T12:00:52+5:302022-10-14T12:00:52+5:30
छत्तीसगढ़ में खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं को भी अधिकारियों द्वारा डकार जाने के मामले सामने आए हैं. ताजा मामला छत्तीसगढ़ में हो रहे राज्य स्तरीय स्कूल खेल के आयोजन से जुड़ा है.
दुर्ग: छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग में अधिकारियों का नया कारनामा सामने आया है. शिक्षा विभाग के अधिकारी अब खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं को भी नहीं छोड़ रहे हैं. राज्य सरकार ने राज्य स्तरीय स्तर पर होने वाली स्पर्धा में हिस्सा लेने के लिए पांच जिलों के खिलाड़ियों को ट्रेन में स्लीपर कोच के लिए राशि दी थी, लेकिन आरोप है कि टीम के जनरल मैनेजर अश्विनी चंद्राकर ने खिलाड़ियों का रिजर्वेशन नहीं कराया और उन्हें जनरल बोगी में ही चढ़ा दिया.
इतना ही नहीं, संबंधित जनरल मैनेजर दुर्ग संभाग की टीम के साथ गया ही नहीं. खिलाड़ियों और ऑफिशियल को रात भर खड़े होकर सफर करना पड़ा. खिलाड़ियों ने इसकी शिकायत अपने-अपने स्कूल में की है. वहीं दुर्ग जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.
प्रति खिलाड़ी 225 रुपए हुए थे आवंटित
राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को ट्रेन में रिजर्वेशन के नाम पर करीब 45000 रुपए आवंटित किए गए थे. यह राशि राज्य शासन की ओर से प्रत्येक खिलाड़ियों के लिए 225 रुपए के हिसाब से दिए गए थे. लेकिन जनरल मैनेजर ने सभी खिलाड़ियों का जनरल टिकट कराया. जिसमें प्रति यात्री 110 रुपए का भुगतान किया गया.
बिना खेले ही बाहर हो गई एथलीट की टीम
राज्य स्तरीय खेल में हिस्सा लेने पहुंचे एक खेल शिक्षक ने बताया कि खिलाड़ी अमरकंटक एक्सप्रेस से पेंड्रा आए. ट्रेन का समय रात के 11 बजे पहुंचने का था, लेकिन ट्रेन लेट होने की वजह से ट्रेन सुबह 5 बजे पेंड्रा पहुंची. खिलाड़ी रात भर खड़े होकर पहुंचे, लेकिन कोशिश करने के बाद भी वे समय पर आयोजन स्थल नहीं पहुंच सके. इससे एथलीट के खिलाड़ियों को बिना खिलाए ही बाहर होना पड़ा.
12 से 15 अक्टूबर तक राज्य स्तरीय खेल आयोजन
छत्तीसगढ़ में राज्य स्तरीय स्कूल खेल का आयोजन गौरेला-पेंड्रा मारवाही जिला में आयोजित किया जा रहा है. यहां पूरे प्रदेश के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. दुर्ग संभाग में कवर्धा, बेमेतरा, राजनांदगांव, बालोद और दुर्ग के करीब 200 खिलाड़ी शामिल हैं.