अमरनाथ यात्रा संपन्न करने के लिए गुफा में ले जाई जाएगी 'छड़ी मुबारक', हेलिकॉप्टर का लिया जाएगा सहारा
By सुरेश डुग्गर | Published: August 11, 2019 05:52 PM2019-08-11T17:52:01+5:302019-08-11T17:52:01+5:30
पवित्र ‘छड़ी मुबारक’ निर्धारित कार्यक्रम अनुसार शनिवार को पहलगाम नहीं पहुंच सकी। पवित्र छड़ी मुबारक अब हेलिकॉप्टर के जरिए ही पवित्र गुफा पहुंचेगी और वह 14 अगस्त को अपनी विश्रामस्थली दशनामी अखाड़ा से रवाना होगी।
परंपरा को जीवित रखने की खातिर राज्यपाल शासन ने अमरनाथ यात्रा की प्रतीक 'छड़ी मुबारक' को अब हेलिकॉप्टर से गुफा तक पहुंचा कर उसे स्थापित करने का फैसला किया है ताकि यात्रा संपन्न मानी जा सके।
दरअसल पवित्र ‘छड़ी मुबारक’ निर्धारित कार्यक्रम अनुसार शनिवार को पहलगाम नहीं पहुंच सकी। पवित्र छड़ी मुबारक अब हेलिकॉप्टर के जरिए ही पवित्र गुफा पहुंचेगी और वह 14 अगस्त को अपनी विश्रामस्थली दशनामी अखाड़ा से रवाना होगी। पवित्र गुफा में पवित्र छड़ी मुबारक का प्रवेश 15 अगस्त रक्षाबंधन की सुबह होगा। इसके साथ ही बाबा बर्फानी के मुख्य दर्शन के साथ श्री अमरनाथ की वार्षकि तीर्थयात्र-2019 भी संपन्न हो जाएगी।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि वादी में तनाव के मद्देनजर किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए आज छड़ी मुबारक के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरी से बैठक की। उन्होंने कहा कि छड़ी मुबारक की रवानगी 14 अगस्त तक रोक जा सकता है, लेकिन इसका पवित्र गुफा में पहुंचना अनिवार्य है।
जिला उपायुक्त श्रीनगर डा शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि अमरनाथ की छड़ी मुबारक शनिवार पहलगाम रवाना नहीं हुई। महंत दीपेंद्र गिरी व अन्य संत महात्माओं से हुई बातचीत में तय हुआ कि छड़ी मुबारक अब 14 अगस्त को दशनामी अखाड़ा से रवाना होगी। उसे हेलीकॉप्टर के जरिए पवित्र गुफा में पहुंचाया जाएगा।
गौरतलब है कि श्री अमरनाथ की वार्षकि तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई थी, लेकिन प्रशासन ने वादी के मौजूदा हालात के मददेनजर गत दो अगस्त को स्थगित कर दिया था। यात्रा 15 अगस्त को संपन्न होनी थी। करीब साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने हिमलिंग के दर्शन किए थे।