Chardham Yatra 2022: श्रद्धालुओं के लिए आज से खुल गए गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट, यात्रा के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
By रुस्तम राणा | Published: May 3, 2022 03:36 PM2022-05-03T15:36:35+5:302022-05-03T15:39:49+5:30
आज राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी यमुनोत्री के कपाट खुलने के कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसी के साथ यमुनोत्री के भी कपाट मंगलवार को ही खुल गए।
देहरादून: उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2022 का आज से विधिवत प्रारंभ हो गया है। मंगलवार को राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी यमुनोत्री के कपाट खुलने के कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसी के साथ यमुनोत्री के भी कपाट मंगलवार को ही खुल गए हैं। जबकि शेष दो धाम केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट क्रमशः 6 मई और 8 मई को खुलेंगे।
कोरोना की वजह से यात्रा 2 साल तक रही बाधित
इस बार चार धाम यात्रा में भारी मात्रा में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। आने वाले कई दिनों के लिए रजिस्ट्रेशन पहले से ही फुल चल रहे हैं। दरअसल, कोरोना की वजह से 2 साल चार धाम यात्रा रही। ऐसे में इस बार यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खास उत्साह रहेगा। अनुमान है कि इस बार देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यात्रा करने के लिए पहुंचने वाले हैं।
उत्तराखंड: आज से भक्तों के लिए गंगोत्री धाम के खुले कपाट। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहें। pic.twitter.com/NnOlXg83YB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 3, 2022
कोरोना की स्थिति को देखते हुए भक्तों की यात्रा को आसान बनाने के लिए सरकार ने कोरोना टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेशन की जांच को भी अनिवार्य नहीं किया है। हालांकि तीर्थ यात्रियों की संख्या सीमित जरूर की गई है।
तीर्थयात्रियों की संख्या होगी सीमित
सरकारी आदेश के मुताबिक रोजाना 15 हजार श्रद्धालु बद्रीनाथ के दर्शन कर सकेंगे। वहीं रोजाना 7 हजार तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकेंगे। ऐसे ही गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार की संख्या में श्रद्धालु रोजाना दर्शन कर सकेंगे। नियमानुसार, समय सीमा 45 दिनों के लिए लागू की गई है। ये नियम कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बनाए गए हैं।
ऐसे कराएं चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए आपको उत्तराखंड चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था, खान-पान और पार्किंग की पूरी व्यवस्था की है।