केन्द्र सरकार ने बिहार में भाजपा के दस नेताओं से वापस ली वाई श्रेणी की सुरक्षा
By एस पी सिन्हा | Published: September 11, 2022 07:46 PM2022-09-11T19:46:29+5:302022-09-11T19:49:17+5:30
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर, अररिया के सांसद प्रदीप सिंह, किशनगंज के विधान पार्षद दिलीप जायसवाल की वाई श्रेणी सुरक्षा वापस हुई है।
पटना: केंद्र सरकार द्वारा बिहार भाजपा के दस नेताओं की दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली है। करीब तीन महीने पहले अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद भाजपा के नेता आन्दोलनकारियों के निशाने पर आ गए थे, जिसे देखते हुए केन्द्र सरकार ने इन नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी।
राज्य की तत्कालीन उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल सहित कई भाजपा नेताओं के घरों और भाजपा कार्यालयों को भीड़ ने निशाना बनाया था। इसी के बाद 18 जून को केंद्र सरकार ने अचानक से बिहार भाजपा के 10 नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की घोषणा की थी।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर, अररिया के सांसद प्रदीप सिंह, किशनगंज के विधान पार्षद दिलीप जायसवाल की वाई श्रेणी सुरक्षा वापस हुई है।
इनके अलावा कटिहार से विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, दीघा विधायक संजीव कुमार चौरसिया, विस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल और दरभंगा के विधायक संजय सरावगी की सुरक्षा केंद्र सरकार ने वापस ले ली है। उल्लेखनीय है कि इसी साल जून महीने में भारतीय सेना में बहाली की अग्निपथ योजना के विरोध में देश में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला था।
विपक्ष के बिहार बंद के दौरान ट्रेन और बस को जलाने के साथ सरकारी संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया था। विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व मध्य रेलवे ने ट्रेनों के परिचालन के समय में अस्थायी बदलाव किया था। विरोध जता रहे लोगों ने बिहार के भाजपा नेताओं के साथ ही भाजपा कार्यालय को भी निशाना बनाया था।
भाजपा नेताओं व बीजेपी के कार्यालयों पर हमले पर प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा था कि साजिश के तहत हमें टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने प्रदर्शन को लेकर पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बिहार भाजपा के 10 नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी थी।