पीएमके के संस्थापक नेता एस. रामदास ने शनिवार को केंद्र सरकार से अपील की कि 2021 की जनगणना जाति आधारित कराई जाए ताकि समाज के सभी लोगों को सामाजिक न्याय सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि केंद्र के आश्वासन के विपरीत खबरों में बताया गया है कि जनगणना में अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) की पहचान को शामिल नहीं किया जाएगा और यह ‘‘स्तब्धकारी’’ है।
जल्द शुरू हो रहे जनगणना के पूर्व परीक्षण अभ्यास का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि जनगणना में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टेवयर में ओबीसी की अलग से गणना की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि जब जनगणना होगी तो उसमें ओबीसी का ब्यौरा दर्ज करने की व्यवस्था होगी अथवा नहीं।