दिल्ली की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय के मर्डर केस में बाहुबली मुख्तार अंसारी संहित सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. कृष्णानंद राय गाजीपुर के मोहम्मदाबाद सीट से विधायक थे.
2005 में गाजीपुर में उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जिसमें पूर्वांचल के बड़े माफिया मुख्तार अंसारी का नाम सामने आया था. इस हत्याकांड में कृष्णानंद राय सहित छह लोगों की मौत हो गई थी.
तत्कालीन सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंपी थी. खुद उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी राय के घर पहुंचे थे.
सीबीआई ने इस मर्डर केस में मुख्तार अंसारी को मुख्य साजिशकर्ता माना था. मुख्तार मऊ विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे हैं. 2010 में अंसारी को बीएसपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ दो बार सांसद का चुनाव लड़ने वाले अजय राय कृष्णानंद राय के छोटे भाई हैं.
2012 में मुख्तार ने कौमी एकता दल का गठन किया था. पार्टी का 2017 में बीएसपी में विलय कर दिया था. मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी इस बार गाजीपुर से बीएसपी के टिकट पर सांसद चुने गए हैं.