सीबीआई ने पेपर लीक के 'मास्टरमाइंड' को किया गिरफ्तार, 2 MBBS छात्र भी दबोचे
By अंजली चौहान | Updated: July 21, 2024 07:16 IST2024-07-21T07:15:55+5:302024-07-21T07:16:51+5:30
NEET-UG Paper Leaked Case: NEET-UG का आयोजन NTA द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है

सीबीआई ने पेपर लीक के 'मास्टरमाइंड' को किया गिरफ्तार, 2 MBBS छात्र भी दबोचे
NEET-UG Paper Leaked Case: नीट-यूजी परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ''मास्टरमाइंड' को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सीबीआई ने पेपर लीक मामले में एनआईटी-जमशेदपुर के बी-टेक स्नातक और दो एमबीबीएस छात्रों को गिरफ्तार किया। केंद्रीय जांच एजेंसी के अनुसार, आज गिरफ्तार किए गए लोगों ने कथित तौर पर पैसे लेकर परीक्षा के पेपर हल करने वाले “मास्टरमाइंड” के रूप में कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आज गिरफ्तार किए गए दो एमबीबीएस छात्र - कुमार मंगलम बिश्नोई (द्वितीय वर्ष) और दीपेंद्र शर्मा (प्रथम वर्ष) राजस्थान के एक मेडिकल स्कूल से हैं। एजेंसी का मानना है कि उन्होंने हजारीबाग में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से इंजीनियर पंकज कुमार द्वारा चुराए गए परीक्षा के पेपर हल किए थे।
गिरफ्तार किए गए लोग सॉल्वर मॉड्यूल का हिस्सा थे, जिसमें पांच एमबीबीएस छात्र पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर नीट यूजी उम्मीदवारों को सौंपे गए थे, जिन्होंने गिरोह की सेवाओं का लाभ उठाया था। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि दोनों “सॉल्वर” 5 मई को हजारीबाग में मौजूद थे, जिस दिन देशभर में NEET-UG परीक्षा आयोजित की गई थी।
उन्होंने बताया कि नई गिरफ्तारियों के साथ ही, मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं से जुड़े छह मामलों में एजेंसी द्वारा अब तक पकड़े गए लोगों की कुल संख्या 21 हो गई है।
एजेंसी का कहना है कि शनिवार को गिरफ्तार किया गया तीसरा व्यक्ति - शशिकांत पासवान उर्फ शशि उर्फ पासु, जो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जमशेदपुर से बी.टेक (इलेक्ट्रिकल) पास आउट है - कुमार और रॉकी के साथ मिलकर काम कर रहा था, जिसे पहले भी गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी ने आरोप लगाया कि पासवान पेपर लीक मामले में सरगना और मास्टरमाइंड में से एक था।
पेपर लीक मामले को बिहार पुलिस से सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया था। सीबीआई पहले ही पेपर चुराने वाले पंकज कुमार और इस प्रक्रिया में उसकी मदद करने वाले राजू सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। मास्टरमाइंड में से एक - रॉकी - को भी एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को इसने हजारीबाग में कुमार की मदद करने वाले सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया।
मालूम हो कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। बिहार की एफआईआर पेपर लीक से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र की बाकी एफआईआर उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी एफआईआर, NEET-UG 2024 में कथित अनियमितताओं की “व्यापक जांच” से संबंधित है।