वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि इस बजट का लक्ष्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, कारोबार मजबूत करना और अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति/जनजाति की सभी महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है।
वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। कृषि को प्रतिस्पर्धात्मक बनाकर किसानों की उन्नति सुनिश्चित की जा सकती है। किसानों के लिए निर्मला का बड़ा ऐलान, बजट में पेश किया 16 सूत्रीय फॉर्मूला।
उन्होंने कहा कि अब विमान से जाएगा किसानों का सामान। हमने 16 ऐक्शन पॉइंट बनाए हैं। उन राज्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा जो केंद्र के मॉडल लॉ को मानेंगे। पंप सेट को सौर ऊर्जा से जोड़ने का प्रयास, 20 लाख किसानों को सोलर प्लांट दिए जाएंगे। पानी की कमी की समस्या, 100 ऐसे जिलों के लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगे।
अन्नदाता ऊर्जादाता भी है। पीएम कुसुम स्कीम से फायदा हुआ है। अब हम 20 लाख किसानों को सोलर पंप देंगे। 15 लाख किसानों को ग्रिड कनेक्टेड पंपसेट से जोड़ा जाएगा। 162 मिलियन टन के भंडारण की क्षमता है। नाबार्ड इसे जियोटैग करेगा। नए बनाए जाएंगे। ब्लॉक और ताल्लुक के स्तर पर बनेंगे। राज्य सरकार जमीन दे सकती है। एफसीआई अपनी जमीन पर भी बना सकती है। विलेज स्टोरेज स्कीम, सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए है।
उन्होंने लोकसभा में 2020-21 का बजट पेश करते हुए पूर्व वित्तमंत्री एवं जीएसटी के शिल्पकार दिवंगत अरूण जेटली को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने जीएसटी को बड़ा संरचनात्मक बदलाव बताते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को लाभ हुआ है और उपभोक्ताओं को एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हो रहा है। सीतारमण हल्दी जैसे पीले रंग की साड़ी पहन बजट पेश करने संसद पहुंची। उन्होंने लोकसभा में 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट को भी पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। सरकार ने 2014 से 2019 के दौरान राजकाज में व्यापक बदलाव किये हैं।