हम कांग्रेस और भाजपा, दोनों के खिलाफ हैंः बीआरएस MLC के कविता ने कांग्रेस के लगाए आरोपों पर दिया जवाब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 16, 2023 07:45 AM2023-09-16T07:45:34+5:302023-09-16T07:47:55+5:30
कविता ने कहा, कांग्रेस एक राज्य में आप या सीपीआई (एम) के साथ लड़ती है और दूसरे ही पल उनके साथ गठबंधन बना लेती है। आप उनकी आलोचना करते हैं, लेकिन फिर आप इंडिया गठबंधन में उनके भागीदार भी बन जाते हैं। तो इन पार्टियों के बारे में आपकी कई राय हैं...
हैदराबाद: कांग्रेस द्वारा किए गए दावों का खंडन करते हुए कि भाजपा और बीआरएस के बीच गुप्त गठबंधन है, भारत राष्ट्र समिति एमएलसी के कविता ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के खिलाफ है। के कविता ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी को INDIA ब्लॉक के सदस्यों के साथ अपने समीकरण पर अपने राजनीतिक भ्रम को दूर करना चाहिए।
एएनआई से बात करते हुए के कविता ने कहा, "बीआरएस पहले दिन से ही स्पष्ट है। हम कांग्रेस और बीजेपी दोनों के खिलाफ हैं। इसलिए हम किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। लेकिन कांग्रेस का रुख क्या है?"
कविता ने कहा, "कांग्रेस एक राज्य में आप या सीपीआई (एम) के साथ लड़ती है और दूसरे ही पल उनके साथ गठबंधन बना लेती है। आप उनकी आलोचना करते हैं, लेकिन फिर आप इंडिया गठबंधन में भागीदार हैं। तो इन पार्टियों के बारे में आपकी कई राय हैं और इन पार्टियों के प्रति आपकी चुनिंदा आलोचना भी। कृपया उन मुद्दों पर देश को स्पष्ट करिए कि कांग्रेस पार्टी के पास यह राजनीतिक भ्रम क्या है और यदि आप स्वयं भ्रमित हैं तो आप लोगों से क्या उम्मीद करते हैं?"
गौरतलब है कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया था कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गठबंधन बनाया है। उन्होंने कहा था कि एक-दूसरे के प्रति उनकी चुप्पी उनके बीच एक गुप्त समझौते का संकेत है।
बीजेपी कहती है कि कांग्रेस ने पिछले 53 साल में कुछ नहीं किया, वो हमसे रिपोर्ट कार्ड मांगते हैं। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उन्होंने ये सवाल पूछा कि हमने (कांग्रेस) 53 साल में क्या किया? मुझे नहीं पता कि वे तेलंगाना में यह सवाल पूछेंगे या नहीं क्योंकि केसीआर और बीजेपी दोस्त बन गये हैं। उन्होंने कहा था, ''यह अंदरूनी दोस्ती है, वे इस बारे में जोर से नहीं बोल सकते।''
के कविता ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि "मैंने हमेशा (महिला आरक्षण विधेयक के लिए) सोनिया गांधी को श्रेय दिया। उन्होंने इसे राज्यसभा में पारित किया, लेकिन यह 26 साल पहले हुआ था। उसके बाद क्या हुआ? आप (कांग्रेस) चुप क्यों हैं? उसके दस साल बाद तक वे सत्ता में थे। उन्होंने इस पर जोर क्यों नहीं दिया और इसे लोकसभा में पारित क्यों नहीं कराया? उसके दस साल बाद पीएम मोदी सत्ता में हैं।''
के कविता ने कहा कि "आपने इस पर पीएम से सवाल करने की परवाह क्यों नहीं की? हाल ही में सोनिया गांधी ने संसद के विशेष सत्र के लिए पीएम को पत्र लिखा था। वहां उन्होंने नौ मुद्दों पर बात की लेकिन उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक का जिक्र नहीं किया। मेरा सवाल यह है कि जब आप सरकार में होत हैं या विपक्ष में, आप सुसंगत नहीं रहते?
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की कि भारत सरकार को संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देना चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी से 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल पारित करने का आग्रह किया है।