विनेश-पूनिया के मामले पर नहीं बोलेंगे बृजभूषण शरण सिंह, पार्टी ने दी हिदायत
By राजेंद्र कुमार | Published: September 8, 2024 06:28 PM2024-09-08T18:28:29+5:302024-09-08T18:29:05+5:30
बताया जा रहा है कि इसी के बाद रविवार को पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह को पार्टी के एक बड़े नेता ने फोन कर कुछ समय तक मीडिया से विवादित मामलों में बयान ना देने की सलाह दी। यह सब उस समय हुआ जब अपने गोंडा के आवास पर उन्होंने मीडिया को वार्ता करने के लिए बुलाया हुआ था।
लखनऊ: भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बयानों से पार्टी के लिए संकट उत्पन्न हो रहा है। रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह लगातार उन निशाना साध रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर नीति की खिलाफत कर दी।
यह भी उन्होंने उस समय किया जा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुलडोजर नीति को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा हुआ था। बृजभूषण शरण सिंह के इस दो कदमों से पार्टी को यूपी और हरियाणा दोनों जगह नुकसान होने का अंदेशा हुआ।
बताया जा रहा है कि इसी के बाद रविवार को पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह को पार्टी के एक बड़े नेता ने फोन कर कुछ समय तक मीडिया से विवादित मामलों में बयान ना देने की सलाह दी। यह सब उस समय हुआ जब अपने गोंडा के आवास पर उन्होंने मीडिया को वार्ता करने के लिए बुलाया हुआ था।
बृजभूषण यह कथन भाजपा के लिए संकट बना
चर्चा है कि दिल्ली से आए पार्टी के सीनियर नेता ने अपने पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह को सलाह दी है कि वे विनेश और पूनिया के खिलाफ बयान देने से बचें। इसके अलावा सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए भी राजनीतिक संकट ना खड़ा करें। बृजभूषण शरण सिंह कई मुद्दों को लेकर सीएम योगी की नीतियों पर सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जता चुके हैं।
बताया जाता है कि सीएम योगी और उनके बीच कई मुद्दों को लेकर आम राय नहीं है और बृजभूषण शरण सिंह इसे छिपाते नहीं हैंष जिसके चलते उन्हें बयानों से सीएम योगी को कई बार विपक्षी की आलोचना झेलनी पड़ती है। बुलडोजर नीति को लेकर भी ऐसा हुआ। जब अखिलेश यादव इस नीति की आलोचना कर रहे थे, तभी उन्होंने योगी सरकार बुलडोजर नीति से असमति जताकर सीएम योगी को बैकफुट पर ला दिया।
इसी तरह रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने यह कहा कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कुश्ती में नाम कमाया और इस खेल की ताकत के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध भी हुए, लेकिन कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनका नामोनिशान मिट जाएगा।
अगर विनेश और बजरंग यह सोच रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे, तो वे गलत हैं। भाजपा का एक छोटा उम्मीदवार भी उन्हें हरा देगा। कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जुलाना विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
वहीं बजरंग पूनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया गया है और वह हरियाणा चुनाव में प्रचार करेंगे। विनेश फोगट और बजरंग पुनिया उन पहलवानों में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दिया था और उन पर कई जूनियर पहलवानों को परेशान करने का आरोप लगाया था।
इसलिए बृजभूषण को शांत रहने को कहा गया
बताया जा रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह के विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को लेकर दिए गए इस बयान की वजह से हरियाणा में जाट समाज के लोग भाजपा के खफा हुए। इस नाराजगी का असर हरियाणा के विधानसभा चुनाव में पड़ सकता था। कुछ ऐसी रिपोर्ट भाजपा सीनियर नेताओं को मिली।
इसी बीच सीएम योगी ही बुलडोजर नीति पर बृजभूषण सिंह ने असहमति जता दी, चूंकि सीएम योगी हरियाणा में भाजपा के स्टार प्रचारक हैं, इस नाते जब वह वहां प्रचार करने जाएंगे तो इस नीति पर लोग सवाल खड़ा कर सकते हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि इन सारे मसलों का संज्ञान लेते हुए पार्टी के सीनियर नेताओं ने बृजभूषण सिंह को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को लेकर बयान ना देने की सलाह दी। इस सलाह पर उन्होंने तत्काल ही अमल किया और आवास पर बुलाए गए पत्रकारों को कोई बयान नहीं दिया। बताया जा रहा है कि अब हरियाणा के चुनाव तक बृजभूषण शरण सिंह मीडिया से दूरी बनाए रखेंगे।