क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस' का हुआ सफल परीक्षण, दुश्मनों के छुड़ाएगी छक्के
By रामदीप मिश्रा | Published: May 21, 2018 01:48 PM2018-05-21T13:48:44+5:302018-05-21T13:49:01+5:30
ब्रह्मोस मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर के जरिए से दागा है। इस सफल परीक्षण के लिए देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ को बधाई दी है।
नई दिल्ली, 21 मईः भारत ने सोमवार सुबह ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से स्वदेशी क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस' का सफल परीक्षण किया है। इसे मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर के जरिए से दागा है। इस सफल परीक्षण के लिए देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ को बधाई दी है। ब्रह्मोस पहली भारतीय मिसाइल है जिसका आयुसीमा 10 से 15 साल तक बढ़ाई गई है।
2001 में पहला परीक्षण
आपको बता दें कि 12 जून, 2001 को ब्रह्मोस का पहला सफल परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। ब्रह्मोस मिसाइल आवाज की गति से करीब तीन गुना अधिक यानी 2.8 माक की गति से हमला करने में सक्षम है।
ये हैं भारत के पास स्वदेशी मिसाइलें
अगर भारत की स्वदेशी मिसाइलों की बात करें तो उसके पास नाग मिसाइल है जिसका सफल परीक्षण 1990 में किया गया। इसी तरह धनुष मिसाइल स्वदेशी तकनीकी से निर्मित पृथ्वी मिसाइल का नौसैनिक संस्करण है। यह मिसाइल परमाणु हथियारों को ले जाने की क्षमता रखता है। भारत ने 1990 में आकाश मिसाइल का परीक्षण किया। जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल की तुलना अमेरिका के पेटियॉट मिसाइल से की जाती है। इस मिसाइल की खूबी यह है कि यह एक समय में आठ भिन्न लक्ष्य पर निशाना साध सकती है। इसके अलावा भारत के पास ब्रह्मोस मिसाइल भी है।
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