नौका हादसाः केरल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर रिट याचिका दायर करने का निर्देश दिया, 22 मौतों पर जज ने कहा- 'मेरा दिल रो रहा था, रातों की नींद उड़ गई थी'

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 9, 2023 01:06 PM2023-05-09T13:06:57+5:302023-05-09T13:36:32+5:30

केरल पुलिस ने जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है। यहां एक आधिकारिक बयान में मंगलवार कहा गया है कि राज्य पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने एक आदेश जारी कर मलप्पुरम जिला पुलिस प्रमुख सुजीत दास एस. को टीम के नेतृत्व का जिम्मा सौंपा।

boat tragedy Kerala High Court directs the Registry to file a suo moto writ petition Police formed investigation team | नौका हादसाः केरल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर रिट याचिका दायर करने का निर्देश दिया, 22 मौतों पर जज ने कहा- 'मेरा दिल रो रहा था, रातों की नींद उड़ गई थी'

नौका हादसाः केरल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर रिट याचिका दायर करने का निर्देश दिया, 22 मौतों पर जज ने कहा- 'मेरा दिल रो रहा था, रातों की नींद उड़ गई थी'

Highlightsनौका रविवार को शाम करीब साढ़े सात बजे थूवलथीरम तट के निकट डूब गई थी।नाव पर करीब 40 लोग सवार थे जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई।मारे गए लोगों में से 15 नाबालिग हैं जिनकी उम्र आठ महीने से लेकर 17 वर्ष तक है।

तिरुवनंतपुरमः केरल उच्च न्यायालय ने तानूर में नाव हादसे पर आघात व्यक्त किया जिसमें 22 लोगों की जान चली गई और रजिस्ट्री को जनहित में स्वत: संज्ञान लेकर रिट याचिका दायर करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने क्षेत्र के प्रभारी बंदरगाह अधिकारी से विवरण मांगा है। इस बीच केरल पुलिस ने जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है।

न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन और न्यायमूर्ति शोभा अन्नम्मा एपेन की पीठ ने कहा कि उनका ‘‘दिल रो रहा था’’ और बेजान बच्चों को देखने के बाद उनकी ‘‘रातों की नींद उड़’’ गई थी। अदालत ने कहा कि यह दुर्घटना ‘‘निष्ठुरता, लालच और आधिकारियों की उदासीनता का घातक’’ परिणाम है।

अदालत ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए याचिका दायर कर रही है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। पीठ ने कहा कि 1924 के बाद से ‘‘नियमित अंतराल’’ पर राज्य में इस तरह की नौका त्रासदी हो रही है, जो डराने वाली है। 1924 में कोल्लम से कोट्टायम जाने वाली एक नौका के पालना में डूबने की घटना में केरल ने महाकवि कुमारनासन को खो दिया था, जो केरल के जाने माने कवियों में से एक थे।

गौरतलब है कि सोमवार केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कैबिनेट बैठक के बाद हादसे की न्यायिक जांच की घोषणा की। नौका रविवार को शाम करीब साढ़े सात बजे थूवलथीरम तट के निकट डूब गई थी। जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और एक लापता है।

 इस बीच केरल पुलिस ने जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है। यहां एक आधिकारिक बयान में मंगलवार कहा गया है कि राज्य पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने एक आदेश जारी कर मलप्पुरम जिला पुलिस प्रमुख सुजीत दास एस. को टीम के नेतृत्व का जिम्मा सौंपा।

जांच कमेटी में कौन होगा?

तानुर के पुलिस उपाधीक्षक (डीवाईएसपी) वी. वी. बेन्नी, तानुर थाना प्रभारी जीवन जॉर्ज और कोंडोट्टी, सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) भरत रेड्डी विशेष जांच टीम में शामिल अन्य सदस्य होंगे।

बयान के अनुसार, जांच उत्तर जोन के महानिरीक्षक (आईजी) नीरज कुमार गुप्ता की निगरानी में की जाएगी। बयान में कहा गया है कि डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) को जांच पूरी करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है।

नौका रविवार को शाम करीब साढ़े सात बजे थूवलथीरम तट के निकट डूब गई थी। जिले के अधिकारियों के अनुसार, हादसे में मारे गए लोगों में से 15 नाबालिग हैं जिनकी उम्र आठ महीने से लेकर 17 वर्ष तक है और बताया जाता है कि नौका में करीब 40 लोग सवार थे।

Web Title: boat tragedy Kerala High Court directs the Registry to file a suo moto writ petition Police formed investigation team

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे