राजद स्टार प्रचारकों की सूची से मीसा, तेज प्रताप का नाम गायब होने पर भाजपा ने निशाना साधा
By भाषा | Updated: October 7, 2021 23:45 IST2021-10-07T23:45:09+5:302021-10-07T23:45:09+5:30

राजद स्टार प्रचारकों की सूची से मीसा, तेज प्रताप का नाम गायब होने पर भाजपा ने निशाना साधा
पटना, 7 अक्टूबर बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के स्टार प्रचारकों की सूची में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का नाम गायब होने को लेकर प्रदेश में जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के साथ सत्तारूढ़ साझीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजद पर निशाना साधा है।
राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी द्वारा हस्ताक्षरित सूची में 20 नाम शामिल हैं जिनमें लालू प्रसाद भी शामिल हैं, जो अब जेल से बाहर हैं और यदि उनका स्वास्थ्य अनुमति देता है तो वह तारापुर और कुशेश्वर अस्थान से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर सकते हैं।
राजद के स्टार प्रचारकों की सूची में लालू की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का नाम भी शामिल नहीं है। हालांकि राजद के सूत्रों ने बताया कि सूची में उन्हीं लोगों का नाम शामिल किया गया, जिन्होंने अपनी सहमति दी है।
वहीं भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में राजद के स्टार प्रचारकों की सूची से तेजप्रताप यादव और मीसा भारती को निकाल दिया गया, जो सीधा इशारा है कि ये दोनों अपना अलग रास्ता तलाश लें।
उन्होंने कहा, ‘‘तेजप्रताप तो राजद से बाहर हो गये हैं। मीसा भारती का लोकसभा टिकट कटना तय है और उन्हें राज्यसभा में दुबारा नहीं भेजा जाएगा। मीसा जी अपना नया ठिकाना ढूंढ लें।’’
निखिल ने लालू परिवार पर राजद के वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष की इससे ज्यादा बेईज्जती क्या होगी कि उसे विधानसभा के उपचुनाव में प्रचार के लायक ही नहीं समझा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जगदानंद सिंह जी को रघुवंश बाबू का अपमान याद करना चाहिए और राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष से नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
बिहार में विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस राजद के तारापुर और कुशेश्वर अस्थान के उम्मीदवारों की एकतरफा घोषणा से कांग्रेस खफा हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक राम ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा कि वह तेज प्रताप को कांग्रेस के प्रचार अभियान में शामिल करने की कोशिश करेंगे।
इस बीच जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार के कांग्रेस में जाने से नाराज महागठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भाकपा माले ने आगामी उपचुनावों में राजद को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
जदयू ने पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में ये दोनों सीटें जीती थीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी खेमे में अंदरूनी कलह पर उनकी राय के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘यह आप पत्रकारों के विश्लेषण के लिए है।’’
बिहार विधानसभा की इन दोनों सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है और दो नवंबर को नतीजे आएंगे।
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