NRC: पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने एनआरसी पर लिया यू-टर्न, लागू करने पर दिया ये बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 26, 2019 15:03 IST2019-12-26T15:03:41+5:302019-12-26T15:03:41+5:30
एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून का पश्चिम बंगाल में भारी विरोध हो रहा है.

दिलीप घोष (फाइल फोटो)
राष्ट्रीय नागरिक पंजीयन (एनआरसी) को लेकर पश्चिम बंगाल सहित देश भर में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के सुर बदले नजर आ रहे हैं। राष्ट्रीयता नागरिकता रजिस्टर (NRC) से जुड़े एक सवाल पर बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने कहा है कि यह भविष्य है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी का विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पश्चिम बंगाल में ये कानून लागू नहीं होंगे।
अंग्रेजी अखबार 'द हिन्दू' में छपी खबर के अनुसार, ठीक एक साल पहले दिलीप घोष ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी सत्ता में आने पर एनआरसी लागू करेगी। 25 दिसंबर को जलपाईगुड़ी में एनआरसी लागू करने के सवाल घोष ने कहा, यह भविष्य का विषय है। उन्होंने कहा, असम में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार एनआरसी लागू हुई है। राजीव गांधी ने भी एनआरसी लागू करने की बात कही थी। अगर देशव्यापी एनआरसी की जरूरत पड़ेगी तो केंद्र सरकार इस बारे में सोचेगी।"
बीजेपी के वरिष्ठ सदस्य दिलीप घोष ने हमेशा पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने की वकालत की है। नवंबर 2019 में विधानसभा उपचुनावों में मिली हार के बाद भी उन्होंने कहा था, पार्टी के पराजय के लिए एनआरसी को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा को ‘‘आग से नहीं खेलने’’ की सलाह देते हुए 26 दिसंबर को कहा कि जब तक संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को वापस नहीं लिया जाता, तब तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने एक प्रदर्शन रैली में भाजपा पर अपने वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया । उन्होंने मंगलुरु में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस गोलीबारी में मारे गए दो लोगों के परिवारों के लिए मुआवजा रोकने संबंधी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बयान का भी जिक्र किया।
येदियुरप्पा ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा था कि यदि जांच में 19 दिसंबर को प्रदर्शनों में हुई हिंसा में दोनों लोगों की संलिप्तता साबित होती है तो उनके परिवारों को एक भी रुपया नहीं दिया जाएगा। बनर्जी ने छात्रों से प्रदर्शन जारी रखने को कहा। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि वह हमेशा उनकी समर्थन में रहेंगी। बनर्जी ने कहा, ‘‘किसी से डरे नहीं। मैं भाजपा को आगाह कर रही हूं कि वह आग से नहीं खेले।’’
मध्य कोलकाता में राजाबाजार से मलिक बाजार तक विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहीं बनर्जी ने आरोप लगाया कि सीएए के खिलाफ बोल रहे छात्रों को भाजपा डरा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया, आईआईटी कानपुर और अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हैं। ’’