यौन उत्पीड़न के आरोपी महंत पर कार्रवाई न करने के लिए भाजपा एमएलसी ने कर्नाटक सरकार को घेरा, कहा- पीएम मोदी को पत्र लिखेंगे
By शिवेंद्र राय | Published: August 31, 2022 02:31 PM2022-08-31T14:31:12+5:302022-08-31T14:33:15+5:30
कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुघा मठ के मुख्य महंत शिवमूर्ति मुरुघा के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद राज्य की सियासत गर्म हो गई है। अभी तक शिवमूर्ति मुरुघा की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले को लेकर भाजपा के एमएलसी एच विश्वनाथ ने कर्नाटक सरकार की आलोचना की है।
बेंगलूरु: कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुघा मठ के मुख्य महंत शिवमूर्ति मुरुघा पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद से राज्य में राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है। कर्नाटक से भाजपा के एमएलसी एच विश्वनाथ ने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा है।
एच विश्वनाथ ने कहा है कि यदि कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र को कोई शर्म है तो वह आरोपी साधु के खिलाफ कार्रवाई शुरू करें।
भाजपा एमएलसी एच विश्वनाथ ने कहा, "आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं करने के लिए चित्रदुर्ग अधीक्षक को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सभी इनपुट के साथ एक विस्तृत पत्र लिखूंगा, जिसमें नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा की मांग की करूंगा।"
एमएलसी विश्वनाथ ने आगे कहा, "कोई भी राजनेता, विपक्षी नेता, सामाजिक वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक इस मुद्दे पर अपना मुंह नहीं खोल रहे हैं। सब कुछ राजनीतिक रूप से देखा जा रहा है। इस मुद्दे पर बोलने पर पार्टियां वोट खोने से डरती हैं। सब कुछ वोट बैंक की राजनीति है। किसी को भी उन नाबालिग लड़कियों की परवाह नहीं है जिनके साथ अन्याय हुआ है।"
क्या है मामला
बीते सोमवार को कर्नाटक पुलिस ने कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुघा मठ के मुख्य महंत शिवमूर्ति मुरुघा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया था। शिवमूर्ति मुरुघा पर उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। मुरघा के खिलाफ पॉक्सो कानून के तहत मैसूर पुलिस ने दो नाबालिगों की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की है। मामला दर्ज होने के बाद से ही शिवमूर्ति मुरुघा लापता हैं और इस मामले में अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 और 16 साल की दो लड़कियों ने राज्य बाल कल्याण समिति के सदस्यों को बताया था कि 1 जनवरी, 2019 और 6 जून, 2022 के बीच उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। लड़कियां चित्रदुर्ग में मठ द्वारा संचालित एक स्कूल की छात्रा थीं और वहां के छात्रावासों में रहती थीं।
इस मामले में दलित संगठनो के प्रदर्शन के बाद शिवमूर्ति मुरुघा पर एससी-एसटी कानून के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में कहा है कि देश में न्याय पाने की प्रक्रिया में धर्म एक अभियोजन कारक बन गया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, "बिलकिस बानो के बलात्कारी मुक्त होकर चले गए और अब गंभीर बलात्कार के आरोपों के बावजूद लिंगायत मठ के महंत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। भारत के न्याय के विकृत विचार में धर्म अभियोजन कारक बन गया है। भाजपा की परिकल्पना के अनुसार नया राष्ट्र चल रहा है।"
Bilkis Bano’s rapists walked free & now no action taken against Lingayat Mutt Seer despite serious rape charges. Religion has become the prosecuting factor in India’s warped idea of justice. New Rashtra as envisioned by BJP is underway. https://t.co/smwWq6YnWp
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 30, 2022
हालांकि इस मामले में शिवमूर्ति ने अनुयायियों से कहा है कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। शिवमूर्ति मुरुघा ने कहा है कि पिछले 15 सालों से उनके खिलाफ ऐसी साजिशें हो रही हैं। उन्होंने बयान जारी कर जांच में सहयोग की बात भी की है।