बरेली से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा और उनके पति अजितेश ने पति-पत्नी के रूप में शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की।
साक्षी मिश्रा और अजितेश कुमार द्वारा दायर इस याचिका पर सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति वाई.के. श्रीवास्तव ने 15 जुलाई की तारीख तय की क्योंकि आज सुनवाई के समय साक्षी और उनके पति अदालत में मौजूद नहीं थे।
याचिका में साक्षी और अजितेश ने सुरक्षा की मांग के लिए यह दलील दी है कि उनकी शादी से साक्षी के पिता नाखुश हैं क्योंकि साक्षी एक ब्राह्मण है, जबकि अजितेश जाति से दलित है और इसलिए साक्षी के पिता से उनकी जान को खतरा है।
याचिकाकर्ताओं ने अदालत से गुहार लगाई है कि पुलिस या राजेश मिश्रा उनके शांतिपूर्ण जीवन में खलल न डालें क्योंकि दोनों ही बालिग हैं और इन्होंने अपनी इच्छा से शादी की है। इन दिनों साक्षी मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसमें साक्षी इस शादी को लेकर अपनी बात रख रही है।
विधायक राजेश मिश्रा का कहना है कि मेरी बेटी बालिग है और उसे अपना फैसला लेने का अधिकार है। उसे परिवार के किसी भी सदस्य या मुझसे जुड़े किसी भी व्यक्ति द्वारा धमकी नहीं दी गई है।