हिमाचल में चिंताजनक स्थिति, पूर्व सीएम जयराम ने राज्य सरकार पर बचाव अभियान के धीमा होने का लगाया आरोप
By अनिल शर्मा | Published: July 13, 2023 10:04 AM2023-07-13T10:04:45+5:302023-07-13T10:08:01+5:30
जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं जो देख सकता हूं वह यह है कि नुकसान बहुत बड़ा है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है। बड़े-बड़े घर नष्ट हो गए हैं और लोग बेघर हो गए हैं...। भाजपा नेता ने कहा कि ब्यास और पार्वती दो नदियाँ यहाँ मिलती हैं और परिणामस्वरूप, प्राकृतिक नदी मार्ग प्रभावित हुआ है, जिससे एक बड़ा मोड़ आ गया है।
शिमला/कुल्लूः भाजपा नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने गुरुवार कुल्लू के भुंतर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर बचाव अभियान के धीमा होने का आरोप लगाया। जयराम ठाकुर ने कहा कि स्थिति को हल्के में नहीं लिया जा सकता, यह सामान्य स्थिति नहीं है। बचाव अभियान तुरंत और बड़े पैमाने पर चलाया जाना चाहिए।
विपक्ष के नेता ने कहा कि अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में सक्षम नहीं हैं और न ही कोई तंत्र है।" राज्य में बाढ़ की स्थिति पर बीजेपी नेता और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर का कहना है, ''नुकसान का अनुमान अभी भी अपडेट नहीं किया गया है। यह चिंता का विषय है।''
एएनआई से बात करते हुए हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश से पंचायत व नगर पंचायत प्रभावित हुआ है। मैं यहां स्थिति पर नजर रखने आया हूं। मैं जो देख सकता हूं वह यह है कि नुकसान बहुत बड़ा है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है। बड़े-बड़े घर नष्ट हो गए हैं और लोग बेघर हो गए हैं...। भाजपा नेता ने कहा कि ब्यास और पार्वती दो नदियाँ यहाँ मिलती हैं और परिणामस्वरूप, प्राकृतिक नदी मार्ग प्रभावित हुआ है, जिससे एक बड़ा मोड़ आ गया है। अधिकांश नुकसान का कारण यही है...केंद्र सरकार राज्य को पूरा समर्थन दे रही है...।
बारिश के कारण भूंतर में बहुत नुकसान हुआ है। नुकसान इतना ज्यादा है कि इसकी भरपाई करना बहुत कठिन है। कई लोग बेघर हुए है। यहां ब्यास और पार्वती नदी मिलती है जिसके कराण मुख्य नुकसान हुआ है। मैं इन विषयों को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष रखूंगा। मुझे संतुष्टि है कि क्रेंद्र… https://t.co/3qeoj2ATEipic.twitter.com/3gXoxNFC3W
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 13, 2023
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों में कुल्लू और मनाली से लगभग 25,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है, लेकिन सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं क्योंकि भूस्खलन और बाढ़ के कारण 1,100 से अधिक सड़कें अभी भी बंद हैं।
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश सड़क एवं परिवहन निगम, शिमला के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 250 सड़को की बहाली हुई है। आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा। स्थिति में काफी सुधार हुआ है। यहां अंतरराज्यीय मार्ग चालू हैं। लगभग 1100 रूट ऐसे हैं जो स्थगित हैं और कल इनमें से करीब 300 रूट को खोल दिया जाएगा।
खबरों के मुताबिक चंबा, शिमला, सिरमौर, किन्नौर और अन्य जिलों में बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं। मोबाइल ‘कनेक्टिविटी’ बंद होने के बाद जो लोग अधिकारियों से संपर्क नहीं कर पा रहे थे, वे अब पुलिस और जिला प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं। लापता व्यक्तियों के ठिकाने की तलाश में सोशल मीडिया पर भी कई संदेश साझा किए गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के आठ शहरों - मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, घमरूर, पच्छाद, हमीरपुर और केलोंग में जुलाई में एक दिन की बारिश के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। चार दिनों में किन्नौर तथा लाहौल और स्पीति जिलों में पूरे मानसून सीज़न की 43 प्रतिशत और 33 प्रतिशत बारिश हुई। राज्य में बुधवार को आठ लोगों की मौत की सूचना मिली, जिससे पिछले चार दिनों में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार कुल्लू में अचानक आई बाढ़ में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि सिरमौर और सोलन में भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई। शिमला जिले में दुर्घटनावश डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बुधवार को शव बरामद किए गए। शिमला जिले के रामपुर में एक मरीज को अस्पताल ले जाते समय एक परिवार के चार सदस्य सतलुज नदी में गिर जाने से लापता हो गए।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को निकालने को एक चुनौतीपूर्ण कार्य करार दिया। सिस्सू, मनाली, लोसार और चंद्रताल इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उन्होंने कहा, ''हमने हालात का जायजा लेने के लिए मंत्री और मुख्य विधायी सचिव संजय अवस्थी को चंद्रताल भेजा है।'