2024 की लड़ाई के लिए भाजपा ने कसी कमर, दिल्ली की सात संसदीय सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त किये
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 20, 2023 08:22 PM2023-08-20T20:22:19+5:302023-08-20T20:23:43+5:30
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने राष्ट्रीय राजधानी की सात संसदीय सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त किये हैं, जिन पर सांगठनिक गतिविधियों पर नजर रखने और राजनीतिक कार्यों के प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने राष्ट्रीय राजधानी की सात संसदीय सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त किये हैं, जिन पर सांगठनिक गतिविधियों पर नजर रखने और राजनीतिक कार्यों के प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी।
भाजपा की दिल्ली इकाई के महासचिव हर्ष मल्होत्रा को पूर्वी दिल्ली, दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह को नई दिल्ली, पूर्व महापौर जयप्रकाश को पश्चिम दिल्ली तथा कमलजीत सहरावत को उत्तर पूर्वी दिल्ली का प्रभारी बनाया गया है। दिल्ली भाजपा के महासचिव योगेंद्र चंदोलिया को उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है, वहीं राजीव बब्बर को दक्षिण दिल्ली तथा राजेश भाटिया को चांदनी चौक सीट का प्रभारी बनाया गया है।
इन सात प्रभारियों में से एक ने बताया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए विशेष रूप से ‘लोकसभा प्रभारियों’ की नियुक्ति की गयी है। दिल्ली में भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि लोकसभा प्रभारी सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी के सूक्ष्म और वृहद स्तरीय सांगठनिक तथा राजनीतिक कार्यक्रमों की योजना चुनाव से कम से कम छह महीने पहले बना ली जाए।
कपूर ने कहा, ‘‘दिल्ली भाजपा के निर्देशों के अनुसार लोकसभा प्रभारी सुनिश्चित करेंगे कि घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क किया जाए और पन्ना प्रमुख जैसे बूथ स्तरीय पदाधिकारियों की नियुक्ति जैसे काम समय पर पूरे हों और उनमें आखिरी समय में चुनौती पेश नहीं आएं।’’ भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सभी सात सीटें जीती थीं।
लोकसभा चुनाव 2024 बीजेपी के लिए काफी अहम है। दरअसल इस बार संभव है कि दिल्ली में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ें। ऐसे में बीजेपी के लिए लड़ाई मुश्किल हो सकती है। बीजेपी का आलाकमान इस बात को समझता है। यही कारण है कि पार्टी कोई भी लापरवाही नहीं करना चाहती। पार्टी ने चुनाव से लगभग 9 महीने पहले ही हर सीट के लिए अलग प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं।