'देश में भाजपा सरकार एक अंतर्राष्ट्रीय साज़िश...', काग्रेस नेता अलका लम्बा का मोदी सरकार पर हमला
By स्वाति सिंह | Published: October 8, 2020 11:49 AM2020-10-08T11:49:39+5:302020-10-08T11:49:39+5:30
यूपी में दंगे भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपये की फंडिंग हुई है इसमें 50 करोड़ रुपये मॉरीशस से आये थे। यह फंडिंग दंगे भड़काने में इस्तेमाल की जाने वाली वेबसाइट के जरिये हुई है।
नई दिल्ली: कांग्रेस की नेता अलका लम्बा ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश में भाजपा की सरकार एक अंतर्राष्ट्रीय साज़िश लगती है। कांग्रेस नेता अलका लम्बा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर डाला, ग़रीब मजदूरों-किसानों के साथ अन्याय हो रहे हैं, बेटियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं, इस साज़िश को फंडिंग करने वाले देश-विदेश में बैठे मोदीजी के पूंजीपति मित्र मालामाल हो रहे हैं।'
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए रेपकांड की पीडि़ता को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में मांग जोर पकड़ रही है। हालांकि हकीकत यह है कि देशभर में करीब 14.50 लाख महिलाएं इंसाफ का इंतजार कर रही हैं। इनमें सबसे अधिक मामले प बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के हैं। साल दर साल इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटनाओं का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
मुझे तो देश में #भाजपा की सरकार ही एक #अंतर्राष्ट्रीय_साज़िश लगती है,
— Alka Lamba - अल्का लाम्बा 🇮🇳🙏 (@LambaAlka) October 8, 2020
अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर डाला, ग़रीब मजदूरों-किसानों के साथ अन्याय हो रहे हैं, बेटियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं,
इस साज़िश को फंडिंग करने वाले देश-विदेश में बैठे मोदीजी के पूंजीपति मित्र मालामाल हो रहे हैं.
सबसे अधिक मामले यूपी में दर्ज किए जा रहे हैं। यहां पिछले पांच वर्षों में महिलाओं से जुड़ी अपराध की घटनाएं डेढ़ गुना हो गई हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े बताते हैं कि सरकारी प्रयासों के बावजूद महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
वर्ष 2014 में देशभर में महिला अपराध के कुल 3।39 लाख मामले दर्ज किए गए थे वहीं 2018 तक आते-आते यह संख्या बढ़कर 3.78 लाख हो गई। 5 वर्षों में देशभर में दर्ज ऐसे कुल 17.45 लाख मामलों में से सबसे अधिक 2.40 लाख (14%) यूपी के हैं। 2014 में दर्ज 38,918 मामलों के मुकाबले 2018 में 59,445 मामले दर्ज किए गए। इस दौरान प.बंगाल में 1.65 लाख तथा महाराष्ट्र में 1.56 लाख मामले दर्ज किए गए।
एनसीआरबी के अनुसार महिलाओं के प्रति अपराध के 14.50 लाख लंबित मामलों में 20 प्रतिशत से अधिक 2.56 लाख मामले अकेले प.बंगाल के हैं। इसके बाद 1.92 लाख महाराष्ट्र तथा 1.64 लाख मामले यूपी के हैं। सजा केवल 23 फीसदी मामलों में जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद भी अपराधी कई मामलों में बरी हो जाते हैं।