बीजेपी सरकार के मंत्री ने कहा- उत्तर भारतीय गोवा में बनाना चाहते हैं हरियाणा, "धरती के गए-गुजरे लोग" पर्यटक बन कर आ रहे हैं
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 10, 2018 10:45 AM2018-02-10T10:45:50+5:302018-02-10T11:56:09+5:30
गोवा की बीजेपी सरकार में मंत्री विजय सरदेसाई ने कहा कि गोवा सरकार को विदेशी और उच्च-वर्गीय भारतीयों को आकर्षित करने पर जोर देना चाहिए।
गोवा की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार में पर्यटन मंत्री विजय सरदेसाई ने शुक्रवार (नौ फरवरी) को कहा कि "उत्तर भारतीय" "गोवा में हरियाणा" बनाना चाहते हैं। गोवा के पर्यटन मंत्री ने कहा कि गोवा आने वाले घरेलू पर्यटक "धरती के गए-गुजरे लोग" हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सरदेसाई गोवा बिज़फेस्ट में बोल रहे थे। सरदेसाई ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के उस बयान से भी असहमति जतायी जिसमें उन्होंने हर साल एक करोड़ पर्यटकों को आकर्षिक करने का लक्ष्य रखा था। सरदेसाई ने कहा कि गोवा सरकार को विदेशी और उच्च-वर्गीय भारतीयों को आकर्षित करने पर जोर देना चाहिए।
सरदेसाई ने स्मार्ट सिटी और गार्बेज सेग्रीगेशन से जुड़े एक प्रजेंटेशन को सुनने के बाद ये टिप्पणी की। सरदेसाई ने कहा कि गोवा की जनसंख्या से चार गुना ज्यादा लोग राज्य में पर्यटक के तौर पर आने लगे हैं। एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सरदेसाई ने कहा, "...ये टूरिस्ट टॉप-एंड टूरिस्ट नहीं होते, उनमें धरती के गए-गुजरे लोग भी होते हैं। इसके लिए वो जिम्मेदार हैं? नहीं वो नहीं हैं। अगर आप गोवावालों की बाकी भारतवालों से तुलना करें तो देखेंगे कि हमारी प्रति व्यक्ति आय, सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता बेहतर है। जो लोग यहां आते हैं हम उनसे काफी बेहतर हैं। आप ऐसे लोगों को कैसे कंट्रोल करेंगे? क्या आप उन्हें कंट्रोल कर सकते हैं?" सरदेसाई ने कहा कि उत्तर भारतीय गोवा की परवाह नहीं करते और वो गोवा में हरियाणा बनाना चाहते हैं।
सरदेसाई ने अपने बयान पर इंडियन एक्सप्रेस को दी गई सफाई में कहा कि उन्होंने एक नौकरशाह की टिप्पणी के जवाब में ये बात कही थी। नौकरशाह ने पर्यटकों के कारण गोवा में बढ़ते कचरे का मुद्दा उठाया था। सरेदसाई ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि दिल्ली, गुड़गाँव और हरियाणा से आने वालों में सामान इधर-उधर फेंकने की प्रवृत्ति होती है। सरदेसाई ने कहा कि वो चाहते हैं कि अमीर पर्यटक गोवा में ज्यादा आएँ ताकि राज्य के गरीबों को उसका लाभ मिल सके।