सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बृहस्पतिवार को यहां एयरोइंडिया शो में स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस में उड़ान भरी। उन्होंने इस लड़ाकू जेट को ‘अद्भुत विमान’ बताया जो वायुशक्ति में इजाफा करेगा। तेजस के दो सीटर प्रशिक्षु विमान में पायलट के पीछे बैठकर जनरल रावत ने आसमान में एक चक्कर लगाया। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा तैयार इस विमान को एक दिन पहले ही एयरशो में अंतिम संचालन अनुमति (एफओसी) मिली थी जो इस बात का संकेत है कि यह लड़ाकू मिशन के लिए तैयार है।
जनरल रावत ने बेंगलुरु के उत्तर में यलहांका वायुसेना स्टेशन के ऊपर चक्कर लगाने के बाद कहा, ‘‘इस हल्के लड़ाकू विमान में उड़ान भरना अनोखा अनुभव है।’’ चालीस मिनट की अपनी उड़ान के बाद उन्होंने कहा, ‘‘यह सदा याद रहने वाला अनुभव है।’’
एलसीए की सवारी को उन्होंने ‘‘एक अद्भुत अनुभव’’ बताते हुए उन्होंने कहा कि तेजस की वैमानिकी अच्छी है और यह एक अनोखा विमान है। उन्होंने कहा कि इस हल्के लड़ाकू विमान की लक्ष्यभेदी प्रणाली अच्छी है। सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘यदि इसे आयुध भंडार में शामिल किया जाता है तो इससे वायुशक्ति बढ़ेगी।’’
गत बुधवार को एयरोइंडिया, 2019 के पहले दिन इस विमान का एफओसी प्रमाण पत्र और रिलीज के लिए सर्विस डोक्यूमेंट वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ को सौंपा गया था। जनरल रावत ने एयर शो में एचएएल द्वारा निर्मित हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर (एलसीएच) से भी उड़ान भरी।
इस हेलिकॉप्टर के पायलट विंग कमांडर एस जॉन थे जो एचएएल के टेस्ट पायलट हैं। सेना प्रमुख ने एलसीएच की यात्रा को एक ‘‘जीवनभर याद रहने वाला अनुभव’’ बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके और विभिन्न ऊंचाइयों पर प्रतिकूल परिस्थितियों में ले जाने के लिए यह सेना के लिए उपयुक्त है।