जातिगत जनगणना पर आमने-सामने हुई बीजेपी-जेडीयू, नीतीश ने मांगा पीएम से मिलने का समय
By योगेश सोमकुंवर | Updated: August 6, 2021 08:30 IST2021-08-06T08:24:46+5:302021-08-06T08:30:11+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के संबंध में एक पत्र भेजा गया हैं, लेकिन अभी समय मिलने का इंतजार है.

जातिगत जनगणना पर बीजेपी-जेडीयू में आमने-सामने, नीतीश ने मांगा पीएम से मिलने का समय
जातिगत जनगणना का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के संबंध में एक पत्र भेजा गया हैं, लेकिन अभी समय मिलने का इंतजार है. पेगासस जासूसी कांड पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर भी नीतीश ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में कोई मामला हैं तो सोचना क्या है. पेगासस मामले में नीतीश कुमार पहले भी जांच की मांग कर चुके हैं.
गृह मंत्री से जेडीयू सांसदों ने की थी मुलाकात
जेडीयू के सांसदों के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के सवाल पर नीतीश ने बताया कि पार्टी के सांसद जातिगत जनगणना को लेकर ही गृह मंत्री से मिले थे. नीतीश कुमार जातिगत आधार पर जनगणना के पक्षधर रहे हैं. जाति आधारित जनगणना पर उन्होंने पहले भी कहा था, 'कोशिश होगी कि सब लोग मिलकर जाएं. बिहार के अंदर जो सर्वसम्मति के प्रस्ताव है, उसके बारे में अपनी बात रख देनी चाहिए.' बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर विपक्ष और नीतिश सरकार एकमत है. बिहार विधानसभा ने दो बार इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया है.
मोदी सरकार ने कहा, 'ओबीसी की गणना नहीं'
हाल में संसद में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लिखित जवाब दिया था कि सरकार इस बार भी सिर्फ एससी-एसटी की जनगणना ही करेगी. लेकिन बिहार के राजनीतिक दलों की सरकार से मांग है कि ओबीसी की भी जनगणना होनी चाहिए. मोदी सरकार के इस फैसले के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और उसके सहयोगी दल जेडीयू पर जमकर हमला बोला था.