बिहार: नीतीश कुमार पर विजय सिन्हा का हमला, बोले- "उनकी कुर्सी बहुत जल्दी जाने वाली है"
By एस पी सिन्हा | Published: October 12, 2022 07:13 PM2022-10-12T19:13:27+5:302022-10-12T19:21:37+5:30
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अहंकारी हो गए हैं, उनके बयान में घमंड झलकता है और इतिहास गवाह है कि जब किसी का अहंकार अधिक हो जाए तो उनका अंत निश्चित है।
पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी जाने वाली है और बिहार को नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अहंकारी हो गए हैं, उनके बयान में घमंड झलकता है और इतिहास गवाह है कि जब किसी का अहंकार अधिक हो जाए तो उनका अंत निश्चित है।
मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होने वाला है। नीतीश कुमार के की पार्टी जदयू का राजद में विलय होने वाला है। इसलिए नीतीश कुमार गुस्से में हैं और भाजपा नेताओं के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जदयू का नामोनिशान मिट जाएगा। नीतीश कुमार ना तो मुख्यमंत्री के पद पर रहेंगे और ना ही उनकी पार्टी ही बचेगी। नीतीश कुमार पहले से ही पद को सरेंडर कर चुके हैं। इनको जनता सबक सिखाएगी।
विजय सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराध को बढ़ाने वाली पार्टी को जनता माफ नहीं करेगी। गोपालगंज और मोकामा सीट पर होने वाले उपचुनाव में जनता इनको सबक सिखाएंगी। उन्होंने कहा कि अमित शाह के राजनीतिक परिपक्वता पर सवाल उठाने से पहले उन्हें देखना चाहिए कि उन्होंने भारत के लिए क्या काम किए हैं?
उन्होंने कहा कि अमित शाह के कारण आज देश में आतंकवादियों की कमर टूट गई है। एक नए भारत का उदय हुआ, जिसमें कश्मीर पूर्ण रूप से भारत का हिस्सा बन गया। फिर भी वह अमित शाह के काम पर सवाल उठाते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस जेपी को नीतीश कुमार अपना आदर्श मानते हैं, वो शायद यह भूल गए कि जेपी ने अपने आंदोलन की शुरूआत उसी गुजरात से की थी, जहां से अमित शाह और मोदी आते हैं। उसके बाद बिहार में इस आंदोलन ने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया।
विजय सिन्हा ने कहा कि सबको ठगने की आदत नीतीश कुमार की हमेशा से रही है। खुद उनके बड़े भाई लालू प्रसाद ने कहा था कि ऐसा कोई सगा नहीं है,जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं है। अपनी राजनीति के लिए उन्होंने जेपी को भी नहीं छोड़ा। जेपी जातिवादी राजनीति के खिलाफ थे, जबकि उनके दोनों प्रमुख शिष्य जातिवादी की राजनीति ही करते रहे हैं।