पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में जारी घमासान के बीच तेजप्रताप यादव टेलीविजन और कुछ सामान ले कर एकबार फिर से अपनी मां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास (10, सर्कुलर रोड) में रहने चले गये हैं.
लालू प्रसाद यादव को हाल ही में अदालत ने जमानत दी है और वह जल्द ही पटना आने वाले हैं. वहीं, तेजप्रताप के सरकारी आवास में उनका कार्यालय चलेगा. ऐसे में कहा जा रहा है कि लालू परिवार में पैचअप की कोशिश तेज हो गई और राबड़ी देवी और तेजस्वी से तेजप्रताप की काफी देर तक बात हुई है.
पिछले दिनों जिस तरह तेजप्रताप पर अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी को पीटने का आरोप लगा, उसके बाद तेजप्रताप में तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव समेत अन्य नेताओं के ऊपर साजिश रचने का आरोप लगाया. इन सब को देखते हुए तेजप्रताप का 10 सर्कुलर आवास में शिफ्ट होना बेहद खास माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि तेजप्रताप के आए दिन के पार्टी व परिवार को असहज करते बयानों व कार्यों से परेशान लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर राबड़ी देवी ने बडे़ बेटे को घर पर साथ रहने के लिए मना लिया है. तेजप्रताप ने जिन तीन लोगों के ऊपर अपने खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है उनका 10 सर्कुलर से सबसे ज्यादा वास्ता है.
तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव भी 10 सर्कुलर आवास में ही रहते हैं. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह का भी वहां आना जाना ज्यादा होता है. अगर तेजप्रताप 10 सर्कुलर में रहेंगे तो इनका आमना-सामना तेजप्रताप से होता रहेगा. इधर, सूचना है कि तेजप्रताप एक मई से प्रत्येक दिन अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार करेंगे.
इसी दिन वे ग्रामीण इलाकों में अपनी यात्रा की भी शुरुआत करेंगे. उनका सरकारी आवास स्टैंड रोड में है. वह पहले अपने ही आवास में रहा करते थे. लेकिन राजद नेता राजाराम के आरोपों के बाद खड़ा हुए सियासी बवाल के बाद तेजप्रताप ने पार्टी से इस्तीफे की चेतावनी दी थी.
वहीं, पार्टी छोड़ने का ऐलान करने के बाद उन्होंने भावनात्मक कार्ड खेलते हुए सोमवार की देर रात अपने फेसबुक की डीपी चेंज की थी और अपनी मां राबडी देवी के साथ अपनी तस्वीर लगा दी थी. सूत्र कहते हैं कि परिवार का मानना है कि अगर वह राबड़ी देवी के साथ रहेंगे तो वह बाहरी तत्वों के प्रभाव में नहीं आएंगे.
जबकि तेजप्रताप का मानना है कि राबड़ी आवास पर आने वाले कई लोग उनके खिलाफ साजिश रचते हैं. वहां रहकर वे भी इसपर नजर रख सकेंगे. उल्लेखनीय है कि राजद नेता की पिटाई और लालू और तेजस्वी के खिलाफ अपशब्द बोलने के आरोपों के बाद तेजप्रताप ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव और विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला थी और यह आरोप लगाया था कि उन लोगों के बहकावे में आकर रामराज ने ऐसे आरोप लगाए हैं.
इस बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी नेता द्वारा तेजप्रताप यादव पर मारपीट का आरोप लगाए जाने के बाद कहा कि मैं मूकदर्शक नहीं हूं. सब कुछ देख रहा हूं, लेकिन मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि वे हसनपुर से निर्वाचित विधायक हैं. तेजप्रताप पर कार्रवाई की पावर मेरे पास नहीं है. जगदानंद ने कहा है कि अपनी जगह को इंसान अपनी मेहनत से बनाता है और हर इंसान अपनी जगह को अपने चरित्र और स्वभाग की वजह से ही खोता है.