Bihar Politics: राजद ने नीतीश के इस्तीफे पर कहा, 'जनता मालिक है, वो हिसाब मांगेगी उनसे, वैसे उनके पास बचा क्या था?'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 28, 2024 12:11 PM2024-01-28T12:11:34+5:302024-01-28T12:16:02+5:30
नीतीश के इस्तीफे के बाद राजद ने अब सीधे उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि वो नीतीश द्वारा किये इस अन्याय को वो जनता के बीच ले जाएगी और जनता ही नीतीश के कर्मों का फैसला करेगी।
पटना:बिहार में आखिरकार नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। जदयू द्वारा रिश्ते तोड़े जाने की घोषणा के बाद से आक्रमक हुई राजद ने अब सीधे नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि नीतीश के द्वारा किये इस अन्याय को वो जनता के बीच ले जाएगी और जनता ही नीतीश के कर्मों का फैसला करेगी।
बिहार के सीएम पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "उनके पास बचा ही क्या था? जनता मालिक है। वह सब देखती है और हर चीज का हिसाब मांगेगी। तेजस्वी यादव ने जो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में काम किया है, उसे हम लेकर जनता के बीच जाएंगे और एनडीए की नाव के साथ नीतीश कुमार की भी नाव डूबाएंगे।''
#WATCH | After the resignation of Nitish Kumar as the CM of Bihar, RJD leader Mrityunjay Tiwari says, "What was left with him? Public is the master. It watches everything and it will demand an account for everything...The work done by Tejashwi Yadav - janata ke beech jayenge aur… pic.twitter.com/K2adCA59Bq
— ANI (@ANI) January 28, 2024
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपााल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से राजभवन जाकर मुलाकात की थी और उसने कहा था कि कि जदयू का महागबंधन से रिश्ता खत्म हो गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर गवर्नर से मुलाकात की और पार्टी के ओर से लिये गये फैसले के बारे में जानकारी दी। नीतीश कुमार ने राजभवन में राज्यपाल से कहा कि हमने राज्य में महागठबंधन से नाता तोड़ने का फैसला किया है।
#WATCH | Patna | Bihar outgoing CM and JD(U) president Nitish Kumar says, "Today, I have resigned as the Chief Minister and I have also told the Governor to dissolve the government in the state. This situation came because not everything was alright...I was getting views from… pic.twitter.com/wOVGFJSKKH
— ANI (@ANI) January 28, 2024
इस घटनाक्रम से पहले बीते शनिवार को राजद नेता शिवानंद तिवारी ने भी जदयू प्रमुख नीतीश कुमार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि उन्हें बेहद आश्चर्य है कि नीतीश कुमार 'सिद्धांतहीन राजनीति' करके पापी बनना पसंद करेंगे।
उन्होंने कहा, "राजनीतिक बदवलाव के बीच कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन करके मिलने का समय मांगा हालांकि नीतीश कुमार ने मुझे मिलने या समय देने से इनकार कर दिया।”
राजद नेता तिवारी ने कहा, "नीतीश कुमार महात्मा गांधी के अनुयायी होने का दावा करते हैं। उन्हें गांधीजी के बताए सात प्रकार के कामों से बचना चाहिए जिन्हें बापू ने "पाप" कहा था।"
उन्होंने आगे कहा, "महात्मा गांधी सात प्रकार के कर्मों को पाप मानते थे। जीवन में सबसे पहले जिन कामों से बचना चाहिए उनमें से एक है 'सिद्धांतहीन राजनीति' और मुझे नहीं लगता कि नीतीश जी उसका पापी बनना पसंद नहीं करेंगे।''
शिवानंद तिवारी के अलावा राजद के अन्य वरिष्ठ नेता और दिनारा विधायक विजय कुमार मंडल ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें ऐसा नेता बताया, जो किसी का नहीं हो सकता है।
राजद विधायक विजय कुमार मंडल ने कहा, “अगर कोई नेता ईबीसी का विरोध करता है, तो वह नीतीश हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह कर्पूरी ठाकुर के अनुयायी हैं, लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने 1978 में एक बैठक की अध्यक्षता की थी, जो ईबीसी आरक्षण पर कर्पूरीजी के फैसले के खिलाफ बुलाई गई थी।”