बिहार पुलिस ने नहीं पढ़ पाया कोर्ट का अंग्रेजी में लिखा आदेश, युवक को पकड़कर कटघरे तक पहुंचाया, जज ने फटकारा
By एस पी सिन्हा | Published: December 2, 2018 07:30 PM2018-12-02T19:30:50+5:302018-12-02T19:30:50+5:30
पीड़ित नीरज कुमार ने बताया कि पूरी रात हवालात में काटने के बाद सुबह होते ही उसे हथकड़ी पहनकर पटना स्थित फैमिली कोर्ट में हाजिर होना पड़ा।
बिहार पुलिस के अंग्रेजी ज्ञान को भी सवालों के घेरे में डाल दिया है। दरअसल, मामला जहानाबाद जिले के मखदुमपुर बाजार के रहने वाले व्यवसायी नीरज कुमार से जुड़ा है, जिसमें पुलिस ने अंग्रेजी में लिखे कोर्ट के आदेश को गिरफ्तारी वारंट समझ लिया और पुलिस ने एक बेकसूर को न केवल गिरफ्तार किया बल्कि उसे कोर्ट के कटघरे तक पहुंचा डाला। पुलिस की नासमझी के कारण एक रात हवालात में गुजारनी पड़ी।
पीड़ित नीरज कुमार ने बताया कि पूरी रात हवालात में काटने के बाद सुबह होते ही उसे हथकड़ी पहनकर पटना स्थित फैमिली कोर्ट में हाजिर होना पड़ा। दरअसल, नीरज कुमार का अपनी पत्नी से पिछले छह वर्षों से विवाद चल रहा है। उसी के जीवनयापन भत्ता के लिए कोर्ट से उनकी संपत्ति के विवरण के लिए स्थानीय थाना में वारंट आया था, जिसे वहां तैनात अधिकारियों और पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तारी वारंट समझ लिया और पच्चीस नवंबर को दुकान पर आकर गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान नीरज लाख मिन्नत करते रहे, लेकिन इसके बावजूद पुलिसवालों ने एक न सुनी और गिरफ्तारी के बाद हथकड़ी लगाकर नीरज को हवालात में डाल दिया। वह तो भला हो कोर्ट का, जिसने पुलिस की इस कार्यशैली को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गिरफ्तार युवक को तत्काल रिहाई का आदेश दिया।
इस संबंध में एएसपी पंकज कुमार ने बताया कि गिराफ्तार युवक की संपत्ति जांच करने का वारंट आया था, परंतु उसकी गिरफ्तारी कैसे हुई यह जांच का विषय है और जल्द ही जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
बहरहाल, इस घटना के बाद न सिर्फ पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है बल्कि सुशासन वाली पुलिस को अंग्रेजी कितना ज्ञान है उसकी भी वानगी देखने को मिली है। ऐसे में इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।