बिहारः मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं में भिड़ंत, एक की मौत, छह से ज्यादा जख्मी, 100 हिरासत में

By एस पी सिन्हा | Published: October 27, 2020 09:03 PM2020-10-27T21:03:46+5:302020-10-27T21:03:46+5:30

बुधवार को मुंगेर में चुनाव होना है, इससे पहले इस घटना से कानून व्यवस्था पर सवाल उठ गए हैं. इधर, पुलिस ने इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है.

Bihar Munger Police devotees clash Durga statue immersion one killed more than six injured 100 custody | बिहारः मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं में भिड़ंत, एक की मौत, छह से ज्यादा जख्मी, 100 हिरासत में

पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है. (file photo)

Highlightsमृतक के परिजनों ने पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया. घटना सोमवार देर रात बाटा चौक पर घटी है. मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि छह लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए.

पटनाः बिहार के मुंगेर जिले में कल मतदान होना है और मतदान से ठीक एक दिन पहले दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में एक युवक की मौत और छह से ज्यादा लोग घायल हो गए.

इस घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. वहीं, मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया. घटना सोमवार देर रात बाटा चौक पर घटी है. बुधवार को मुंगेर में चुनाव होना है, इससे पहले इस घटना से कानून व्यवस्था पर सवाल उठ गए हैं. इधर, पुलिस ने इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है.

मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि छह लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए.

मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.

घायलों को इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल में ले जाया गया है. इधर, गोलीबारी व पथराव के कारण पूरे शहर में स्थिती तनावपूर्ण बनी हुई है. जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें साफ दिख रहा है कि लोगों को दौडा-दौडाकर पुलिस पीट रही है. इसके बाद भी कुछ लोग नहीं भागे वह मूर्ति के साथ बैठे रहे. ऐसे लोगों पर पुलिस जानवर की तरह पिटाई कर रही है. नाराज लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की मांग की है. लोगों ने कहा कि वह इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर चुनाव आयोग तक शिकायत करेंगे. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान जब प्रशासन द्वारा प्रतिमा को जबरन विसर्जन के लिए ले जाए जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था तो रात लगभग 11.30 बजे विवाद हो गया. आरोप है कि इसी दौरान बाटा चौक के समीप तैनात अर्धसैनिक बल द्वारा फायरिंग कर दी गई, जिसमें एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वहीं कई लोग गोली लगने से घायल हो गए.

इधर गोली चलते ही होते ही शहर में भगदड़ मच गई. जिस समय गोलीबारी की घटना हुई उस समय शहर में हजारों की संख्या में लोग दुर्गा प्रतिमा विसर्जन देखने के लिए सडक पर मौजूद थे. पूरे शहर में भय व दहशत का माहौल है. शहर की स्थिति तनावपूर्ण है. इस मामले आधिकारिक तौर पर में कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है. लेकिन मुंगेर शहर में स्थिति गंभीर बताई जा रही है. इस हमले में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए है. फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है. 

वहीं, डीएम राजेश मीणा और और एसपी लिपि सिंह ने इस घटना पर सफाई देते हुए दो अलग-अलग वीडियो क्लिप जारी किए. एसपी लिपि सिंह ने कहा कि विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया इस घटना में करीब 20 सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए, एक एसएचओ स्तर के अधिकारी का सिर फट गया.

एसपी ने बताया पथराव के बाद असामाजिक तत्वों ने गोलीबारी भी की जिसमें एक युवक की मौत हो गई. जबकि डीएम राजेश मीणा ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है उन्होंने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. बताया कि सभी मूर्तियों का विसर्जन हो गया है. इधर सोशल मीडिया पर इस घटना की वीडियो और कमेंट पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.

इसबीच, मुंगेर में मूर्ति विसर्जन करने जा रहे श्रद्धालुओं पर पुलिस बर्बरता पर लोजपा प्रमुख चिराग पासवान बिफर गये हैं. उन्होंने तत्काल मुंगेर की एसपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल निलंबित करना चाहिये.

चिराग पासवान ने ट्वीट किया है “मुंगेर पुलिस के ऊपर 302 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. श्रद्धालुओं को गोली मारना नीतीश के तालिबानी शासन को दिखाता है. स्थानीय एस॰पी॰ को तत्काल सस्पेंड कर 302 के तहत एफ॰आई॰आर॰ दर्ज करवाए नीतीश कुमार जी.मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दे सरकार.”

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