बिहारः 12 जून को विपक्षी दलों की पटना में बैठक, सीएम नीतीश को लगेगा झटका!, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी नहीं होंगे शामिल, जानें वजह
By एस पी सिन्हा | Published: June 3, 2023 06:04 PM2023-06-03T18:04:18+5:302023-06-03T18:05:42+5:30
राहुल गांधी से सहमति लेकर ही 12 जून को बैठक की तारीख तय की गई है। राहुल गांधी 9 जून तक विदेश में रहेंगे, लिहाजा उनकी वापसी के बाद बैठक रखा गया है।

कांग्रेस की पंजाब और दिल्ली इकाई ने आलाकमान से साफ कह दिया है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से किसी तरह के समझौते की गुंजाइश नहीं है। (file photo)
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 12 जून को विपक्षी एकता को लेकर बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल नहीं होंगे। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी 12 जून की विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में हैं तो फिर वे बैठक में कैसे शामिल हो सकते हैं? अखिलेश सिंह ने ये भी स्वीकारा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि अब तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक विपक्षी एकता की बैठक में कांग्रेस की ओर से एक मुख्यमंत्री और एक अन्य नेता शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि राजद और जदयू की ओर से दावा किया जा रहा था कि राहुल गांधी और खड़गे दोनों इस बैठक में शामिल होंगे। राहुल गांधी से सहमति लेकर ही 12 जून को बैठक की तारीख तय की गई है। राहुल गांधी 9 जून तक विदेश में रहेंगे, लिहाजा उनकी वापसी के बाद बैठक रखा गया है।
लेकिन कांग्रेस ने राजद-जदयू के दावों की हवा निकाल दी है। जिस विपक्षी एकता की बात कही जा रही है, उसमें सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ही है। कांग्रेस में कोई भी फैसला लेने का अधिकार गांधी परिवार को है। ऐसे में कांग्रेस किसी मुख्यमंत्री को भेजे या दूसरे नेता को, उसे सिर्फ दूसरों की बात सुनने के अलावा कोई आधिकारिक फैसला लेने का अधिकार ही नहीं होगा।
वहीं, कांग्रेस के अंदर ही 12 जून की बैठक को लेकर भारी घमासान छिड़ा है। कांग्रेस की पंजाब और दिल्ली इकाई ने अपने आलाकमान से साफ कह दिया है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से किसी तरह के समझौते की गुंजाइश नहीं है। उधर, बंगाल में कांग्रेसी नेताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
ममता बनर्जी ने दो दिन पहले बंगाल में कांग्रेस के एकमात्र विधायक को तोड़ कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है। लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं।
ऐसे में कांग्रेस का अरविंद केजरीवाल से लेकर ममता बनर्जी से तालमेल हो पाना मुमकिन नहीं दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव से भी कांग्रेस की तनातनी है। वहां भी सपा और कांग्रेस का तालमेल असंभव सा दिख रहा है। ऐसे में क्या 12 जून की बैठक सिर्फ दिखावा बन कर रह जायेगी? अटकलों का बाजार गर्म है।